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What is Analog Signal in Hindi?

Author: admin | On:19th Nov, 2020| Comments: 0

Analog signal (एनालॉग सिग्नल) को समझने से पहले यह जानना आवश्यक है कि signal क्या होता है ?

सिग्नल किसी प्रकार की जानकारी या data से मिलकर बना हुआ एक electrical (इलेक्ट्रिकल) या electromagnetic (इलेक्ट्रोमैग्नेटिक) तरंग होता है जो जानकारियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाता है। चाहे वह temperature (तापमान) हो या किसी इंसान जानवर या मशीन आदि से निकलने वाली आवाज या फिर कोई इलेक्ट्रिक करंट हो या किसी प्रकार के डेटा का प्रवाह, यह सभी signal के उदाहरण है।




Definition of Analog Signal in Hindi:- एनालॉग सिग्नल एक कंटीन्यूअस सिग्नल है, मतलब की इसमें जानकारियां निरंतर रूप से प्रवाहित होती है। जैसे कि किसी इंसान का आवाज एक निश्चित दूरी तक निरंतर प्रवाहित होने वाला सिग्नल है। एनालॉग सिग्नल की तीव्रता समय और दूरी के साथ-साथ बदलते रहती है , मतलब की एक निश्चित दूरी की यात्रा करने के बाद एनालॉग सिगनल की तीव्रता कम होते रहती है और एक समय के बाद यह पूरी तरह से खत्म हो जाती है।

एनालॉग सिग्नल को sine waves या साइन तरंगों द्वारा दर्शाया जाता है।

analog signal in hindi
Analog Signal in Hindi

Example of Analog Signal in Hindi:- इसका उपयोग मुख्य रूप से ऑडियो या वीडियो को स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है। जैसे की Human voice एनालॉग सिग्नल का एक उदाहरण है। इसके आलावा 1990 से पहले के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में Analogue signal का उपयोग किया जाता था जैसे की पुराने रेडियो, megaphones और पुराने टेलीफोन हैंड सेट, Photocells, Light sensor, टीवी संचरण तरंगों आदि में एनालॉग सिग्नल का उपयोग होता था।



Basic Properties of Analog Signals in Hindi

  • Amplitude:- यह signal की ऊंचाई को दर्शाता है। किसी signal का ऐम्प्लिटूड जितना अधिक होगा यह vertical axis में उतना अधिक ऊपर उठेगा। Amplitude को volts, amperes या watts में मापा जाता है।
  • Period:- कोई सिग्नल अपनी एक cycle को पूरा करने में जितना समय लेता है उसे Period कहते हैं। इन्हें millisecond, microsecond, nanosecond, और picoseconds आदि के उपयोग से मापा जाता है।
  • Frequency:- किसी निश्चित समय में कोई signal जितने पैटर्न को पूरा करती है उन्हें Frequency कहा जाता है। इन्हे Hertz (Hz) के उपयोग से नापा जाता है
  • Phase :- यह बताता है कि time zero से शुरू करके कोई तरंग कितने समय की यात्रा कर चुकी है। इन्हे डिग्री या रेडियन में मापा जाता है।

Characteristics of Analog Signals in Hindi

  • Adaptability :- एनालॉग सिग्नल का उपयोग एक सीमित दूरी में किया जा सकता है क्योंकि दूरी और समय के साथ-साथ इसकी क्षमता कम होती जाती है।
  • Type of Data :- एनालॉग सिगनल एक निश्चित समय तक निरंतर प्रवाहित होती है।
  • Type of Waves :- इनका आकर साइन तरंगों की तरह होता है। इसके सिग्नल्स की ऊंचाई या Amplitude और आवृत्ति या Frequency समय के साथ-साथ बदलती रहती है।
  • Medium of Transmission :- एनालॉग सिगनल को एक जगह से दूसरी जगह तक यात्रा करने के लिए किसी माध्यम wire (cable या कोई तार) या wireless (जैसे की हवा) माध्यम की आवश्यकता होती है।
  • Type of Values:- एनालॉग सिग्नल की वैल्यू positive (पॉजिटिव) और negative (नेगेटिव) दोनों हो सकता है।
  • Security:- एनालॉग सिग्नल को अनधिकृत पहुंच से रोकने और सुरक्षित करने के लिए किसी गुप्त Code के उपयोग से encrypt नहीं किया जाता है।
  • Bandwidth :- किसी पथ पर डाटा ट्रांसफर के अधिकतम दर को बैंडविड्थ कहते हैं। एनालॉग सिग्नल की बैंडविड्थ कम होती है।
  • Data Storage :- इन्हें wave signal के रूप में संग्रहित किया जाता है।
  • Noise Effect:- एनालॉग सिगनल जिस संचार माध्यम के उपयोग से यात्रा करती है, उसमें मौजूद विभिन्न प्रकार के Noise जैसे कि शोर-ग़ुल और ध्वनि के कारण इसकी प्रवाह पर प्रभाव पड़ता है और इसकी तीव्रता भी कम होती जाती है।
  • Power Consumption :- एनालॉग सिग्नल के उपयोग से जानकारियों को प्रवाहित करने में अधिक शक्ति या इलेक्ट्रिक पावर की आवश्यकता होती है।
  • Data Transmission Rate:- इसके डेटा ट्रांसमिशन की दर थोड़ा धीमा है। एनालॉग सिग्नल का अधिकतम डेटा प्रसारण दर 36Kbps तक का है, जबकि तुलना में डिजिटल सिग्नल का न्यूनतम डेटा प्रसारण दर 64 Kbps तक का है।

Advantages of Analog Signals in Hindi:-

  • यह ऑडियो और वीडियो के प्रसारण के लिए सबसे उपयुक्त Signals है।
  • एनालॉग सिस्टम का उपयोग बहुत आसानी से किया जा सकता हैं।
  • यह एक साथ बहुत अधिक मात्रा में सूचनाओं को स्थानांतरित करने में सक्षम है।
  • इसमें सूचनाओं का घनत्व बहुत अधिक होता है।
  • इन सिग्नल को process करना बहुत आसान है।
  • ये डिजिटल सिग्नल की तुलना में बहुत कम बैंडविड्थ का उपयोग करते है।
  • एनालॉग सिग्नल electrical filed के प्रति कम संवेदनशील हैं, जिसके कारण इसके प्रसारण के मार्ग में मिलने वाले विद्युत झटकों से बिना प्रभावित हुए यह अपने गंतव्य तक की यात्रा आराम से कर सकता है।
  • एनालॉग सिग्नल भौतिक घटना जैसे की ध्वनि, प्रकाश, तापमान, स्थिति, या दबाव में होने वाले परिवर्तन का अधिक सटीक प्रतिनिधित्व प्रदान करते हैं।

Disadvantages of Analog Signals in Hindi:-

  • एनालॉग सिग्नल noise के प्रति अतिसंवेदनशील है, मतलब की noise के कारण इसके प्रभाव क्षमता पर प्रभाव पड़ता है ।
  • सूचनाओं को ले जाने के लिए Analog signal को अधिक बैंडविड्थ की आवश्यकता होती है।
  • समय के साथ-साथ इसके प्रभाव क्षमता भी कम होती जाती है और एक निश्चित दूरी की यात्रा करने के बाद यह पूरी तरह से खत्म हो जाते हैं, इसका मतलब यह जानकारियों को एक सीमित दूरी तक या कम दुरी तक पहुंचा सकता है।
  • इन सिग्नल को संग्रहित करने के लिए अधिक स्टोरेज यूनिट की आवश्यकता पड़ती है।
  • चूँकि इनमें अधिक इलेक्ट्रिक पावर की आवश्यकता होती है इसलिए इनके उपयोग से खर्च बढ़ जाता है।





Analog Signals VS Digital Signals :- एनालॉग सिगनल्स में मौजूद विभिन्न प्रकार की समस्याओं को ठीक करने के लिए Digital Signals का उपयोग किया जाता है। यह एनालॉग सिग्नल में मौजूद लगभग सभी समस्याओं को दूर कर देता है। उदाहरण के लिए Digital Signals को कम इलेक्ट्रिक पावर की आवश्यकता होती है, इनकी bandwidth एनालॉग सिगनल्स से अधिक है, यह अधिक दूरी तक संदेश को पहुंचाने में सक्षम है, तथा Noise का इनपर बहुत कम या न के बराबर पड़ता है।

Summery of Analog Signals in Hindi:- इस लेख में हमने एनालॉग सिगनल्स को सरल हिंदी भाषा में समझने का प्रयास किया है। इसमें हमने एनालॉग सिगनल्स की Definition, Example, Properties, Advantages और Disadvantages को विस्तार से जाना।  उम्मीद है कि Analog Signals in Hindi  का यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप एनालॉग सिगनल्स पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।

 

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