Digitally Seekho

Hindi Tutorial

  • Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Home
  • Blog
  • Sitemap
  • About
    • Disclaimer
    • Terms & Condition
    • Privacy Policy
    • Contact Us

Blog

What is Parallel Operating System in Hindi?

Author: admin | On:24th Nov, 2020 | 941 View

What is Parallel Operating System in Hindi?

Parallel Operating System (पेरलेल ऑपरेटिंग सिस्टम) को Parallel Processing Systems (पेरलेल प्रोसेसिंग सिस्टम) या Parallel computing (पेरलेल कंप्यूटिंग) भी कहते है।

Definition of Parallel Operating System in Hindi :- पेरलेल ऑपरेटिंग सिस्टम में कई प्रोग्रामों का निष्पादन एक साथ किया जाता है, अर्थात इसके उपयोग से कंप्यूटर के CPU में दो या दो से अधिक प्रोग्रामों को एक साथ निष्पादित किया जा सकता है।

इसमें आमतौर पर किसी प्रोग्राम को कई छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित कर दिया जाता है, तथा प्रत्येक टुकड़ों को स्वतंत्र प्रोग्राम की तरह एक साथ निष्पादित किया है। जिसके परिणाम स्वरूप किसी प्रोग्राम के निष्पादन को जल्दी से जल्दी  पूरा करके उपयोगकर्ता को उसका output दिया जा सकता है।

Parallel Operating System की तकनीक को कई प्रकार से लागू किया जा सकता है, इसके कुछ उदाहरण निम्नलिखित रुप से हैं :-

parallel operating system in hindi
Parallel Operating System in Hindi
  • सॉफ्टवेयर के मदद से किसी एक Processor को कई हिस्सों में बांट कर मल्टीपल प्रोसेसर की तरह उपयोग किया जा सकता है और प्रोसेसर के प्रत्येक हिस्से में कई अलग-अलग प्रोग्रामों को या प्रोग्राम के अलग-अलग हिस्सों को एक साथ निष्पादित किया जाता है।
  • इसके अलावा एक ही कंप्यूटर में कई अलग-अलग प्रोसेसर, मतलब कि एक ही कंप्यूटर में दो या दो से अधिक CPU के उपयोग से भी Parallel Processing Systems के तकनीक को लागू किया जा सकता है।
  • इसके अलावा कई अलग-अलग कंप्यूटर को Network Cable के उपयोग से एक साथ जोड़ कर इनमें किसी एक ही प्रोग्राम को निष्पादित किया जा सकता है।

Applications of Parallel Operating System in Hindi

Applications of Parallel Operating System in Hindi :- Parallel OS का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जा सकता है

  • बहुत अधिक मात्रा में Data mining (डेटा माइनिंग) तथा big data analysis (बिग डेटा एनालिसिस) के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है।
  • स्पेस रिसर्च एजेंसी जैसे कि ISRO और NASA आदि में इसका उपयोग सेटेलाइट से मिलने वाले संकेतों को प्रोसेस करने के लिए किया जा सकता है।
  • एयर ट्रेफिक कंट्रोल अर्थात हवाई जहाज के पायलट को विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करने में इसका उपयोग होता है।
  • विज्ञान और इंजीनियरिंग से जुड़े हुए विभिन्न प्रकार के शोध कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है।
  • Graphics ( ग्राफिक्स ), virtual reality (वर्चुअल रियालिटी), artificial intelligence (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से संबंधित क्षेत्र में भी इसका उपयोग किया जाने लगा है।

Advantages of Parallel Processing Systems in Hindi

  • यह किसी प्रोग्राम को जल्दी से जल्दी निष्पादित करके आउटपुट प्रदान करने में मदद करता है।
  • इसमें किसी एक प्रोसेसर को मल्टीपल प्रोसेसर के तरफ उपयोग में लिया जा सकता है, जिससे पैसे और विभिन्न हार्डवेयर संसाधनों की बचत होती है।
  • इसे चलाने का कुल खर्चा बहुत कम होता है क्योंकि इसमें बहुत कम बिजली की आवश्यकता होती है।
  • यह बहुत अधिक मात्रा में डाटा प्रोसेस कर सकता है तथा बहुत बड़े-बड़े प्रॉब्लम्स को जल्दी से जल्दी सॉल्व करने की क्षमता रखता है ।
  • इसमें हम नेटवर्क के उपयोग से गैर स्थानीय हार्डवेयर संसाधनों को भी जोड़ कर उनका उपयोग कर सकते हैं।

Disadvantages of Parallel Processing Systems in Hindi 

  • इस तकनीक को केवल उच्च क्षमता वाले CPU पर ही लागू किया जा सकता है, अगर सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट की क्षमता कम है और उसे कई अलग-अलग भागों में बांट दिया जाए तो इससे कंप्यूटर का प्रदर्शन बहुत ही खराब हो जाएगा तथा उसके द्वारा प्रोग्राम के निष्पादन की गति और धीमी हो जाएगी।
  • पेरलेल OS के इस तकनीक को सभी प्रोग्राम पर लागू नहीं किया जा सकता इसके लिए विशेष प्रकार से कोडिंग करने की आवश्यकता होती है क्योंकि सभी प्रोग्राम को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटकर निष्पादित करना संभव नहीं होता है।
  • किसी सिंगल प्रोग्राम को कई छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित कर देने के बाद उन सभी टुकड़ों के बीच निरंतर संचार तथा समंजस्य स्थापित करने की आवश्यकता होती है, क्योंकि वह सभी टुकड़े एक ही प्रोग्राम का हिस्सा होते हैं। इसलिए यह बहुत आवश्यक है कि उनके बीच निरंतर जानकारियों और डेटा का संचार होता रहे। यह कार्य बहुत ही कठिन है और इसमें जरा सी भी गलती विभिन्न प्रकार के error को पैदा कर सकती है।
  • Parallel Operating System के लिए एप्लीकेशन बनाना या एल्गोरिदम लिखना काफी जटिल काम है, इसके लिए काफी experienced सॉफ्टवेयर इंजीनियर की आवश्यकता होती है। जिन्हें इस प्रकार की तकनीक का अच्छा अनुभव हो वो ही इस प्रकार के सिस्टम में प्रोग्रामिंग कर सकता है।

Summery of Parallel Operating System in Hindi:- इस लेख में हमने पेरलेल ऑपरेटिंग सिस्टम या पेरलेल प्रोसेसिंग सिस्टम के बारे में सरल हिंदी भाषा में चर्चा किया किया है। पेरलेल ऑपरेटिंग सिस्टम के कंप्यूटर के प्रोसेसर में एक साथ दो या दो से अधिक प्रोग्राम का निष्पादन किया जा सकता है । उम्मीद है की Parallel OS in Hindi पर लिखा गया यह लेख आप को पसंद आया होगा। अगर आप पेरलेल ऑपरेटिंग सिस्टम पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।

What is Network Operating System in Hindi?

Author: admin | On:24th Nov, 2020 | 787 View

What is Network Operating System in Hindi?

Definition of Network Operating System in Hindi :- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम (NOS) विभिन्न कंप्यूटरों और उपकरणों को लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) के उपयोग से आपस में जोड़कर संचार व्यवस्था को स्थापित करने में मदद करता है।

नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम को इस प्रकार से डिज़ाइन किया गया है की ये विभिन्न प्रकार के नेटवर्किंग उपकरण जैसे कि Computer (कंप्यूटर), Server (सर्वर), Printer (प्रिंटर), Scanner (स्कैनर), Router (राउटर), Switch (स्विच), आदि के बीच जानकारियों का आदान-प्रदान करने में सहायता करता है।

किसी सामान्य ऑपरेटिंग सिस्टम की तुलना में Network operating systems में कई विशेष प्रकार के गुण होते हैं। किसी उपकरण को नेटवर्क से जोड़ा जा सके इसके लिए network interface controller जैसे हार्डवेयर डिवाइस की आवश्यकता होती है, इसके साथ ही इसमें कुछ विशेष प्रकार के सॉफ्टवेयर आवश्यकता होती है, जो नेटवर्क प्रोटोकॉल अर्थात नेटवर्क से जुड़ने से संबंधित विभिन्न प्रकार के नियमों को को परिभाषित करके गलतियों से बचाने में मदद करता है। लेकिन यह सभी गुण किसी OS के मूल संरचना में कोई परिवर्तन नहीं करता बल्कि केवल उसके क्षमताओं को बढ़ता है।

Features of Network Operating System in Hindi

Features of Network Operating System in Hindi :- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित रुप से हैं :-

network operating system in hindi
Network Operating System in Hindi
  • विभिन्न प्रकार के उपकरण आपस में बिना किसी समस्या के जानकारियों का आदान-प्रदान कर सके इसके लिए कुछ दिशा निर्देश तथा नियम बनाए गए हैं, उदाहरण के लिए OSI Model तथा इसके विभिन्न परतों द्वारा पालन किए जाने वाले नेटवर्क प्रोटोकोल को भी इसी उद्देश्य से बनाया गया है। नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम OSI Model के इन सभी प्रोटोकॉल्स का पूर्ण समर्थन करते हैं।
  • कोई भी उपकरण जब किसी नेटवर्क से जुड़ता है, तो उस पर हैकिंग और वायरस जैसे कई प्रकार के अटैक होने का खतरा भी पैदा हो जाता है। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम विभिन्न प्रकार के सुरक्षा संबंधी सुविधा भी प्रदान करता है। जैसे कि authentication, logon restrictions और access control अदि।
  • ये directory service (निर्देशिका सेवा) या name service (नाम सेवा) की सुविधा प्रदान करती है, जिसके उपयोग से किसी भी नेटवर्क के संसाधन जैसे की कोई कंप्यूटर, प्रिंटर अदि के नाम को उसके एड्रेस से मिलाया जाता है।
  • यह Internetworking (इंटर-नेटवर्किंग) की सुविधा प्रदान करता है, जिसके कारण कोई उपकरण किसी मध्यम जैसे की राउटर या गेटवे का उपयोग करके भी अन्य उपकरणों से जुड़ सकता है।
  • यह Routing (राउटिंग) में मदद करता है, अर्थात किसी डिवाइस द्वारा भेजे गए थे data या फ़ाइल को उसके गंतव्य तक पहुंचने के लिए रास्ता निर्धारित करने में मदद करता है।
  • ये User management और system management से संबंधित विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान करता है जैसे कि remote access, administration, Backup, web services और auditing tools आदि।

Example of Network Operating System in Hindi

Example of Network Operating System in Hindi :- जैसा कि आप सभी जानते हैं वर्तमान समय में इंटरनेट लोगों की मूलभूत आवश्यकता में से एक बन चुका है, हम अपने अधिकांश काम इंटरनेट के उपयोग से करते हैं और इंटरनेट भी एक प्रकार का नेटवर्क ही है। अर्थात किसी उपकरण को इंटरनेट या नेटवर्क से जोड़ने के लिए यह बहुत आवश्यक है की वह उपकरण नेटवर्किंग सिस्टम का सपोर्ट करता हो।

लोगों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए वर्तमान समय में जितने भी ऑपरेटिंग सिस्टम बनाए जाते हैं, जैसे कि windows (विंडोज़), linux (लिनक्स), macintosh (मैकिंटोश), android (एंड्रॉइड) अदि इन सभी में नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के गुणों को भी जोड़ा जाता है। लेकिन 1980-1990 के दशक में ऐसा नहीं होता था मतलब कि उस समय नेटवर्किंग का समर्थन करने के लिए विशेष रूप से OS बनाए जाते थे। उनके कुछ उदाहरण निम्नलिखित रुप से है :-

  • Artisoft LANtastic :- यह एक लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) ऑपरेटिंग सिस्टम है, जोकि windows और disk operating system के साथ काम करता है। इसे 1992 में artisoft नाम की कंपनी द्वारा बनाया गया था।
  • Banyan VINES :- यह  network operating system है जिसे मुख्य रूप से  UNIX OS के लिए बनाया गया था। इसे 1984 में Banyan Systems नाम की कंपनी द्वारा बनाया गया था।
  • Novell NetWare- यह DOS और Windows के लिए डिज़ाइन किया गया नेटवर्क OS है। इसे मुख्य रूप से inter-networking (इंटरनेटवर्किंग) के लिए 1983 में Novell कंपनी द्वारा बनाया गया था।
  • Microsoft LAN Manager- यह 1990 में IBM और Microsoft द्वारा बनाया गया OS है, यह local area network पर संचार की प्रक्रिया में मदद करता है।

Type of Network Operating System in Hindi

  1. Peer-to-peer network operating systems (पीयर-टू-पीयर नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम) :- इसके उपयोग से विभिन्न प्रकार के हार्डवेयर संसाधन तथा डाटा को नेटवर्क से जुड़े हुए उपकरणों के बीच साझा कर सकते हैं। इसमें नेटवर्क से जुड़े हुए सभी उपकरणों के साथ समान रूप से व्यवहार किया जाता है, तथा कोई भी सामान्य ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज या एंड्रॉयड इसका एक उदाहरण है।
    • Advantages of Peer-to-peer Network Operating System in Hindi :-
    • इसके लिए बहुत कम हार्डवेयर की आवश्यकता होती है।
    • इसमें जानकारियों के लिए किसी विषेस कंप्यूटर पर निर्भर होने की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि सभी कंप्यूटर जानकारियों को साझा करते हैं।
    • वर्तमान समय में बढ़ते इंटरनेट के मांग के कारण लगभग सभी सामान्य ऑपरेटिंग सिस्टम में इसका उपयोग किया जाता है।
    • Disadvantages of Peer-to-peer Network Operating System in Hindi :-
    • इसे प्रबंधित करना काफी मुश्किल है क्योंकि इनके कंप्यूटरों में कोई centralized (केंद्रीकृत) कंट्रोल नहीं होता है।
    • चूँकि इसमें जानकारियां एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक जाती थी, इसलिए अगर एक कंप्यूटर में वायरस आ जाए तो अन्य सभी computer इससे प्रभावित हो सकता है।
  2. Client/server network operating systems (क्लाइंट / सर्वर नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम):- इसमें server एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर होता है, जिसमें विभिन्न प्रकार की जानकारियां तथा डेटाबेस हो सकता है। यह सर्वर अपने से जुड़ा हुआ सभी क्लाइंट को विभिन्न प्रकार की सेवाएं तथा जानकारियां उपलब्ध करवाने के लिए जिम्मेदार होता है। आप अपनी वेब ब्राउज़र पर किसी वेबसाइट को खोलते हैं, तब आप वेब सर्वर से उस वेबसाइट से संबंधित जानकारियों को प्राप्त कर रहे होते यह भी क्लाइंट / सर्वर नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम का एक उदाहरण है।
    • Advantages of Client/server Network Operating System in Hindi :-
    • इसमें नेटवर्क से किसी नए उपकरण को जोड़ना या पुराने को निकालना बहुत आसान होता है।
    • यह पूरी तरह से केंद्रीकृत प्रणाली है इसे प्रबंधित करना बहुत आसान होता है।
    • इससे अधिक सुरक्षित प्रणाली माना जाता है।
    • Disadvantages of Client/server Network Operating System in Hindi :-
    • इसे setup करना महंगा होता है, क्योंकि सर्वर पर किसी प्रकार का कंप्यूटर है जिसमे उपयोग होने वाला हार्डवेयर काफ़ी महंगा होता है।
    • यहाँ सभी कंप्यूटर सर्वर पर निर्भर होते हैं अगर किसी समय सर्वर क्रैश हो जाता है तो सभी कंप्यूटर प्रभावित होते हो सकते हैं।

Conclusion :- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम में एक विषेस प्रकार का OS है, जो कंप्यूटरों को नेटवर्क से जोड़ने तथा सभी उपकारणों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान करने में सहायता करता है। हालांकि वर्तमान समय में बढ़ते इंटरनेट तथा नेटवर्किंग के मांग को देखते हुए लगभग सभी ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे कि Windows, Linux, macOS, android, iOS आदि में नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के गुणों को जोड़ा जाता है।

 

What is Multiprocessing Operating System in Hindi

Author: admin | On:24th Nov, 2020 | 1267 View

What is Multiprocessing Operating System in Hindi

Multiprocessor Operating System (मल्टीप्रोसेसर ऑपरेटिंग सिस्टम) को Multiprocessing Operating System (मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम) भी कहा जाता है।

Definition of Multiprocessor Operating System in Hindi :- मल्टीप्रोसेसर ऑपरेटिंग सिस्टम या OS के उपयोग से किसी एक कंप्यूटर सिस्टम के भीतर दो या अधिक Central Processing Units (CPU) को चलाया जा सकता है।

मल्टी प्रोसेसिंग सिस्टम में सभी सीपीयू बहुत ही उच्च गति वाले तार जिन्हें buses कहते हैं, उनके उपयोग से आपस में जुड़े रहते हैं तथा मेमोरी और अन्य हार्डवेयर hardware resources या संसाधनों को आपस में साझा करते हैं। इसमें सभी CPU आपस में मिलकर एक सिंगल यूनिट की तरह काम करते हैं तथा इनका मुख्य उद्देश्य होता है, कंप्यूटर के प्रोसेसिंग क्षमता को बढ़ाना।

Application of Multiprocessing OS in Hindi

Application of Multiprocessing Operating System in Hindi :- मल्टीप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग ऐसे स्थानों पर किया जाता है, जहां की बहुत अधिक मात्रा में जानकारियों को Process करना होता है, इसके कुछ प्रमुख अनुप्रयोग निम्नलिखित रुप से है:-

  • space research agency :- स्पेस रिसर्च एजेंसी जैसे की ISRO, NASA आदि के द्वारा उपग्रह या सैटलाइट से मिलने वाले डाटा को प्रोसेस करने के लिए बहुत ही उच्च प्रोसेसिंग क्षमता वाले कंप्यूटरों की आवश्यकता होती है। इसलिए इनके द्वारा मल्टीप्रोसेसर OS का उपयोग किया जाता है।
  • weather forecasting :- मौसम की भविष्यवाणी करने वाले संस्थानों को भी बहुत अधिक मात्रा में जानकारियों का विश्लेषण करना होता है इसलिए वहां भी इसका उपयोग किया जाता है।
  • Big data analysis :- विभिन्न business organizations (बिजनेस ऑर्गेनाइजेशन), Corporate sectors (कॉर्पोरेट सेक्टरों) तथा सरकारी या गैर सरकारी संगठनों में आजकल विभिन्न स्रोतों से मिलने वाले डाटा का विश्लेषण करने का एक बहुत बड़ा ट्रेंड चल गया है। data analysis के उपयोग से विभिन्न कंपनियां अपने ग्राहक की आवश्यकता तथा मार्केट के रुझान का अनुमान लगाने का प्रयास करती है। डाटा एनालिसिस करने के लिए बहुत अधिक मात्रा में जानकारियों का विश्लेषण करने की आवश्यकता होती है, जिसके लिए बहुत अधिक प्रोसेसिंग क्षमता वाले कंप्यूटर की आवश्यकता होती है अर्थात यहां भी मल्टिप्रोसेसिंग कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है।
multiprocessing operating system in hindi
Multiprocessing Operating System in Hindi

हम किसी भी सामान्य कंप्यूटर में Multiprocessor Operating System को Install नहीं कर सकते, इसे को प्रभावी ढंग से नियोजित करने के लिए कंप्यूटर सिस्टम में निम्नलिखित वस्तुओं की आवश्यकता होती है :-

  • Motherboard Support:- मल्टीप्रोसेसर ऑपरेटिंग सिस्टम को इंस्टॉल करने के लिए एक ऐसा मदरबोर्ड चाहिए, जिसमें हम एक बार में एक से अधिक प्रोसेसर को लगा सके, क्योंकि किसी सामान्य मदरबोर्ड में केबल एक प्रोसेसर को लगाने की जगह होती है। इसलिए यहां एक विशेष प्रकार के मदरबोर्ड की आवश्यकता होती है जिसमें हम एक से अधिक Process को एक साथ लगा सके ।
  • Processor Support:- इसके लिए एक ऐसा प्रोसेसर चाहिए जो मल्टीप्रोसेसिंग करने के लिए डिज़ाइन किया गया हो तथा अन्य सभी प्रोसेसर के साथ मिलकर काम करने में सक्षम हो।
  • Locking system:- चूँकि किसी प्रोग्राम के निष्पादन की प्रक्रिया में प्रोसेसर को विभिन्न प्रकार के संसाधनों की आवश्यकता होती है, इसलिए अगर सभी प्रोसेसर एक साथ किसी संसाधन को access करने का प्रयास करें तो इससे पूरा सिस्टम हैंग हो सकता है तथा उसके प्रदर्शन पर गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इसलिए लॉकिंग सिस्टम का उपयोग करके प्रोसेसर द्वारा संसाधनों के उपयोग करने की प्रक्रिया को क्रमबद्ध कर दिया जाता है, जिससे कि प्रोसेसर को कतार में एक-एक करके संसाधनों को एक्सेस करने की अनुमति मिलती है।
  • Shared data :- कंप्यूटर के मेमोरी में जमा किसी डाटा को सभी प्रोसेसर एक साथ एक्सेस नहीं कर सकते तथा अगर यह प्रोसेसर कातार में एक-एक करके उन्हें एक्सेस करें तो इसमें बहुत अधिक समय बर्बाद होता है, क्योंकि जब तक एक प्रोसेसर अपना काम पूरा नहीं कर लेता तब तक दूसरे प्रोसेसर को प्रतीक्षा करनी पड़ती है। इससे बचने के लिए डाटा को डुप्लीकेट करके कई अलग-अलग स्थानों पर जमा किया जा सकता है जिससे कि सभी प्रोसेसर उसका उपयोग एक साथ कर सकते हैं।

History of Multiprocessor Operating System in Hindi :- 18 वीं शताब्दी के अंत में कंप्यूटर के पिता कहे जाने वाले  Charles Babbage (चार्ल्स बैबेज) ने ‘analytical engine’ नाम की एक पुस्तक लिखी थी। चार्ल्स बैबेज के इसी पुस्तक पर टिप्पणी करते हुए  Luigi Federico Menabrea (लुइगी फेडेरिको मेनबरा) ने Multiprocessing का सुझाव दिया था, लेकिन यह सिर्फ एक सुझाव था।

सबसे पहला मल्टी प्रोसेसिंग सिस्टम इलियट ब्रदर्स नाम की कंप्यूटर कंपनी द्वारा 1961 में बनाया गया था इसका नाम “Burroughs B5000” रखा गया था। इसके बाद 1962 में IBM कंपनी ने अपने कंप्यूटर “System/360 Model 65” में दो प्रोसेसर लगाकर बेचना सुरु किया था।

Advantages of Multiprocessor Systems in Hindi 

  • High Speed Processing :- मल्टिप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम के उपयोग से उपयोगकर्ता द्वारा दिए जाने वाले निर्देशों तथा प्रोग्रामों को बहुत ही उच्च गति से प्रोसेस करके जल्दी से जल्दी आउटपुट प्रदर्शित किया जा सकता है। इससे बहुत अधिक मात्रा में डाटा को जल्दी से जल्दी प्रोसेस किया जा सकता है।
  • Reliability :- जैसा कि आप जानते हैं कंप्यूटर सीपीयू को कंप्यूटर का brain या दिमाग कहा जाता है, अगर कंप्यूटर में एक ही सीपीयू हो और वह बंद हो जाए तो पूरा कंप्यूटर ही बंद हो जाता है। लेकिन मल्टी प्रोसेसर सिस्टम में दो या दो से अधिक सीपीयू होते है, इसलिए एक सीपीयू के खराब होने के बाद भी दूसरा सीपीयू ठीक से काम करता है। इससे सिस्टम के काम करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है लेकिन पूरा सिस्टम बंद नहीं होता है।
  • Enhanced Throughput :- कई प्रोसेसर्स के एक साथ मिलकर काम करने से system का थ्रूपुट बढ़ता है , मतलब की सिस्टम द्वारा एक समय पर निष्पादित किए जा सकने वाले program की कुल संख्या में वृद्धि होती है। इसके परिणाम स्वरूप यूजर को जल्दी से जल्दी आउटपुट प्रदान किया जा सकता है।
  • More Economic Systems :- किसी जटिल काम को करने के लिए कई अलग-अलग कंप्यूटर खरीदने की तुलना में यह बहुत अधिक सस्ता है, क्योंकि यह data storage, peripheral devices, power supplies जैसे सभी संसाधनों को आपस में साझा करते हैं। इससे बिजली की भी बचत होती है ।

Disadvantages of Multiprocessor OS Systems in Hindi 

  • Increased Expense :- इसका हार्डवेयर किसी Single processor system की तुलना में अधिक महंगा होता है।
  • Complex System :- multiprocessor system काफी जटिल होता है, क्योंकि इसमें जमा हार्डवेयर संसाधनों तथा मेमोरी को सभी प्रोसेसेस आपस में साझा करते हैं जिसके परिणाम स्वरूप सिस्टम की कार्यप्रणाली काफी जटिल होती है, इसलिए इसे प्रबंधित करना भी काफी मुश्किल होता है।
  • Large Main Memory Required :- multi-processor OS में सभी प्रोसेसर एक ही मेमोरी को आपस में साझा करते हैं, इसलिए इसे बहुत अधिक Space वाले प्राइमरी मेमोरी या RAM (Random-access memory) की आवश्यकता होती है। जिससे की RAM में सभी processor के लिए आवश्यक डेटा को एक साथ जमा किया जा सके।

Conclusion on Multiprocessing OS in Hindi:- इस लेख में हमने मल्टिप्रोसेसिंग OS के बारे में सरल हिंदी भाषा में चर्चा किया किया है। उम्मीद है की Multiprocessing Operating System in Hindi या Multiprocessor Operating System पर लिखा गया यह लेख आप को पसंद आया होगा। अगर आप मल्टिप्रोसेसिंग ऑपरेटिंग सिस्टम पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।

What is Multiprogramming Operating System in Hindi?

Author: admin | On:24th Nov, 2020 | 1125 View

What is Multiprogramming Operating System in Hindi?

Definition of Multiprogramming Operating System in Hindi :- मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम के उपयोग से किसी कंप्यूटर के प्रोसेसर में एक साथ दो या दो से अधिक प्रोग्राम को निष्पादित किया जा सकता है। मल्टीप्रोग्रामिंग उपयोगकर्ता के द्वारा दिए गए निर्देशों को जल्दी से जल्दी निष्पादित करके आवश्यक आउटपुट प्रदान करता है, इससे कंप्यूटर के प्रदर्शन में वृद्धि होती है।

मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम में कंप्यूटर के प्राइमरी मेमोरी या RAM में एक साथ एक से अधिक प्रोग्राम को लोड किया जाता है। जिससे कि कंप्यूटर के CPU (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) के पास निष्पादन के लिए हमेशा एक प्रोग्राम मौजूद होता है, इसलिए इसमें सीपीयू को कभी भी खाली नहीं बैठना पड़ता और उसका भरपूर उपयोग हो किया जा सकता है।

multiprogramming OS in hindi
Multiprogramming OS in Hindi

मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम में एक प्रोग्राम से प्रोग्राम पर सीपीयू इतनी तेज से switch करता है, कि उपयोगकर्ता को लगता है कि सारे प्रोग्राम एक साथ ही चल रहा है, लेकिन वास्तव में सीपीयू तो एक-एक करके ही प्रोग्रामों का निष्पादन करता है। इसमें जब एक प्रोग्राम का निष्पादन होता है, तो दूसरा प्रोग्राम wait कर रहा होता है फिर दूसरे का निष्पादन शुरू होता है तो बाकी के प्रोग्राम कंप्यूटर के प्राइमरी मेमोरी RAM में wait कर रहा होता है, यह सभी काम सीपीयू बहुत तेजी से करता है। इसलिए हम ऐसा भी बोल सकते हैं कि कंप्यूटर की गति इस बात पर भी निर्भर करती है कि कंप्यूटर के सीपीयू की क्षमता कितनी अधिक है तथा कंप्यूटर द्वारा उपयोग किए जा रहे RAM एक साथ कितना अधिक प्रोग्राम को अपने पास जमा करके रख सकता है। इसलिए उच्च क्षमता वाले कंप्यूटर में हाई स्पीड CPU तथा अधिक स्पेस वाले RAM का उपयोग किया जाता है।

Characteristics of Multiprogramming Operating System in Hindi

Characteristics of Multiprogramming Operating System in Hindi :- मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित रुप से है

  • इसके उपयोग से Single सीपीयू में multiple प्रोग्राम को निष्पादित किया जा सकता है।
  • मल्टीप्रोग्रामिंग सिस्टम में जब कोई प्रोग्राम किसी प्रकार की जानकारी या Input / Output हस्तांतरण की प्रतीक्षा कर रहा होता है, तब कोई दूसरा प्रोग्राम सीपीयू का उपयोग करता है।
  • इसमें एक प्रोग्राम से दूसरे प्रोग्राम तक cpu का कंट्रोल बहुत तेजी से बदलता है, इसमें बिल्कुल भी समय बर्बाद नहीं होता है।
  • इसमें कंप्यूटर के प्राइमरी मेमोरी या RAM (Random-access memory) में एक साथ बहुत सारे प्रोग्राम निष्पादन के लिए कतार में प्रतीक्षा कर रहे होते हैं जिससे कि एक के बाद दूसरा प्रोग्राम हमेशा ही सीपीयू के पास उपलब्ध होता है।
  • Multi-programming OS में सभी कामों को बहुत ही खूबसूरती से व्यवस्थित किया जाता है, जिससे कि कंप्यूटर के संसाधनों का बेहतर से बेहतर उपयोग किया जा सके।

Example of Multiprogramming Operating System in Hindi

वर्तमान समय में आप अपने कंप्यूटर में या मोबाइल फोन में जिस ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग कर रहे हैं, वह भी मल्टीप्रोग्रामिंग की तकनीक पर आधारित है, उदाहरण के लिए जब आप अपने कंप्यूटर में किसी वेब-ब्राउजर को खोलकर उसमें किसी वेबसाइट से जानकारी को प्राप्त करते हैं, उसी समय आप चाहें तो कोई video player की मदद से कोई फिल्म या गाना देखतें है। इसके साथ ही आप किसी अन्य प्रोग्राम का उपयोग भी कर सकते हैं, यह सभी काम एक साथ करना संभव इसलिए हो पाता है, क्योंकि आपके द्वारा उपयोग किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम मल्टी प्रोग्रामिंग की तकनीक पर आधारित है।

कुछ प्रमुख Multi-programming ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम निम्नलिखित रुप से हैं

  • Android:- इसे Google कंपनी द्वारा 2008 में केवल मोबाइल और टेबलेट पर उपयोग के लिए बनाया गया था ।
  • Windows:- इसे Microsoft कंपनी द्वारा 1985 में बनाया गया था।
  • Linux:- इसे 1991 में Linus Torvalds द्वारा बनाया गया था, यह एक open source software है, अर्थात कोई भी इसका उपयोग बिल्कुल मुफ्त में कर सकता है।
  • Unix:- इसे 1971 में Bell Labs नाम की कंपनी द्वारा बनाया गया था।
  • Macintosh:- इसे 1984 में Apple नाम की कंपनी द्वारा बनाया गया था, इसका उपयोग मुख्य रूप से Apple के कंप्यूटरों में किया जाता है।

History of Multiprogramming Operating System in Hindi :- Multiprogramming OS को Edsger Wybe Dijkstra (एद्सर वाइब डीजकस्ट्रा) द्वारा नेतृत्व किए जा रहे कंप्यूटर इंजीनियर और वैज्ञानिकों की टीम द्वारा 1965-1968 में विकसित किया गया था।

Advantages of Multiprogramming OS in Hindi

  • यह सीपीयू का बहुत ही कुशलता से उपयोग करने में मदद करता है, जिससे सीपीयू का कोई भी थोड़ा भी समय बर्बाद नहीं होता है।
  • यह कंप्यूटर के सभी संसाधनों या Resources का बहुत ही अच्छे से उपयोग करने में मदद करता है।
  • इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम सभी कामों को बहुत ही खूबसूरती से प्रबंधित करता है, जिससे उपयोगकर्ता को बहुत ही अच्छा experience मिलता है।
  • इसके कारण उपयोगकर्ता द्वारा कंप्यूटर को दिए जाने वाले निर्देश के अनुसार निष्पादन प्रारंभ करके respond देने में बहुत कम समय लेता है।
  • इसके कारण कोई ऐसा प्रोग्राम जिसे पूरा करने में बहुत ही कम समय लगने वाला है, उसे किसी बड़े काम के लिए ज्यादा देर तक प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती है।

Disadvantages of Multiprogramming Operating System in Hindi

  • इस प्रकार के OS को डिजाइन करना और प्रोग्राम करना काफी जटिल काम होता है, क्योंकि इसमें विभिन्न प्रकार के संभावित परिस्थितियों को हैंडल करने के लिए काफी कठिन कोड लिखना पड़ता है।
  • उपयोगकर्ता द्वारा दिए जाने वाले सभी instruction या प्रोग्राम को एक साथ संभालना काफी मुश्किल काम होता है और अगर कंप्यूटर का हार्डवेयर कंफीग्रेशन अधिक सक्षम ना हो तो इससे सिस्टम हैंग हो सकता है, जिससे उपयोगकर्ता को आउटपुट के लिए और निश्चित समय तक प्रतीक्षा करना पड़ सकता है।
  • चूँकि इसमें छोटे काम जिन्हें निष्पादित करने में कम समय लगेगा उन्हें पूरा करने पर ज्यादा से ज्यादा जोड़ दिया जाता है, इसलिए बड़े कामों को पूरा करने में और अधिक समय लगता है।

Conclusion Multiprogramming OS in Hindi :- मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम के उपयोग से किसी कंप्यूटर के प्रोसेसर में एक साथ multiple प्रोग्राम को निष्पादित किया जा सकता है, इसमें कंप्यूटर के प्राइमरी मेमोरी में उपयोगकर्ता द्वारा दिए जाने वाले निर्देश, data और बहुत सारे प्रोग्रामों को एक साथ कतार में लगा दिया जाता है। तथा जैसे ही सीपीयू में निष्पादित हो रहा कोई प्रोग्राम किसी प्रकार के इनपुट/आउटपुट ऑपरेशन के लिए wait करने लगता है, तब CPU प्राइमरी मेमोरी से किसी दूसरे प्रोग्राम का निष्पादन प्रारंभ कर देता है।

मल्टीप्रोग्रामिंग के उपयोग से कंप्यूटर के सीपीयू और RAM का बेहतर से बेहतर उपयोग हो पाता है तथा सीपीयू को बिल्कुल भी खाली नहीं बैठना पड़ता जिससे इसका बिल्कुल भी समय बर्बाद नहीं होता है। यह उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए निर्देशों को जल्दी से जल्दी निष्पादित कर के उसे उपयुक्त आउटपुट प्रदान करने करने में सक्षम बनता है , वर्तमान समय में आप जितने भी ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग करते हैं उनमें से अधिकतर OS  में इसी तकनीक का उपयोग किया जाता है।

इस लेख में हमने मल्टीप्रोग्रामिंग OS के बारे में सरल हिंदी भाषा में चर्चा किया किया है। उम्मीद है की Multiprogramming OS in Hindi पर लिखा गया यह लेख आप को पसंद आया होगा। अगर आप मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।

What is Batch based Operating System in Hindi?

Author: admin | On:24th Nov, 2020 | 792 View

What is Batch based Operating System in Hindi?

Definition of Batch Operating System in Hindi :- बैच ऑपरेटिंग सिस्टम या OS में user और कंप्यूटर के बीच कोई सीधा संवाद नहीं होता है। बल्कि इसमें computer operator नाम का एक सॉफ्टवेयर होता है जो कि user के दिए गए Instruction या निर्देशों को इकट्ठा करता है, उसके बाद ये ऑपरेटर समान प्रकार के निर्देश जिन्हें Job भी कहा जाता है उनका एक Batch या गुच्छ बनाता है तथा इन Batch को निष्पादित होने के लिए एक-एक करके processor के पास submits करता है।

Batch Operating System में Job के एक जत्थे या गुच्छे को एक साथ निष्पादित किया जाता है अर्थात ऑपरेटर द्वारा इकट्ठा किया गया सामान प्रकार के निर्देशों के गुच्छे को एक साथ निष्पादित किया जाता है।

How Batch Operating System Works in Hindi

How Batch OS Works in Hindi :- बैच ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्यप्रणाली निम्नलिखित रुप से हैं :-

Batch Based Operating System in Hindi
Batch Based Operating System in Hindi
  • इसमें उपयोगकर्ता द्वारा किए जाने वाले कमांड या निर्देश तथा प्रोग्राम को Job शब्द से संबोधित किया जाता है।
  • बैच ऑपरेटिंग सिस्टम में यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम से सीधे interact नहीं करता है , बल्कि इसमें सारे निर्देश operator को दिया जाता है।
  • ऑपरेटर उपयोगकर्ता द्वारा प्राप्त दिए गए निर्देशों का विश्लेषण करता है तथा समान गुण वाले निर्देशों का गुच्छा बनाता है।
  • उसके बाद ऑपरेटर निर्देशों को Execute या निष्पादित होने के लिए CPU (Central Processing Unit ) के पास भेजता है।
  • बैच ऑपरेटिंग सिस्टम में यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों का एक गुच्छा जिसे कई सामान गुण वाले अलग-अलग निर्देशों और प्रोग्रामों को मिलाकर बनाया जाता है, उन्हे एक साथ निष्पादित किया जाता है।
  • इसमें job को ऑपरेटर द्वारा जिस क्रम में CPU के पास भेजा जाता है, सीपीयू उसे उसी क्रम में निष्पादित करता है, मतलब कि जो जॉब सबसे पहले सीपीयू के पास जाएगा उसका निष्पादन सबसे पहले होगा। इसे first come first serve की नीति भी कहते हैं।
  • जैसे ही किसी जॉब का निष्पादन सफलतापूर्वक हो जाता है, तो वह उस Job के द्वारा मेमोरी में अधिकृत किया गया स्थान को OS (Operating System ) खाली करवा देता है।
  • इसमें उपयोगकर्ता द्वारा एक बार में दिए गए सभी जॉब के निष्पादन को पूरा करने के बाद ही आउटपुट का प्रदर्शन किया जाता है, अर्थात जिन जॉब का निष्पादन पहले हो गया है उन्हें भी आउटपुट में प्रदर्शित होने के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ती है, जब तक की सभी jobs निष्पादित पूरा ना हो जाए।

History of Batch Operating System in Hindi :- 1950 के दशक की शुरुआत में, General Motors Research Laboratories (जनरल मोटर्स रिसर्च लेबोरेटरीज) नाम के अनुसंधान केंद्र में सबसे पहला batch processing systems (बैच प्रोसेसिंग सिस्टम) बनाया गया था ।

इसके बाद 1960 के शुरुआत में IBM कंपनी द्वारा बैच ऑपरेटिंग सिस्टम के तकनीक में कई सुधार किए गए। 1960 के दशक में ही University of Michigan (मिशिगन यूनिवर्सिटी) के कुछ विद्यार्थी तथा शिक्षकों के एक समूह ने बैच ऑपरेटिंग सिस्टम में कई सुधार किये।

Examples of Batch based OS in Hindi

Examples of Batch based Operating System in Hindi :- बैच ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग अभी निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाता है

  • Payroll System (पेरोल सिस्टम):- यह कंपनी के कर्मचारियों के वेतन को प्रबंधित करने के लिए बनाया गया सिस्टम है।
  • Bank Statements (बैंक स्टेटमेंट्स) :- यह किसी बैंक अकाउंट में मौजूद कुल राशि को Print करने के लिए उपयोग किया जाने वाला सिस्टम है।
  • Money Transactions (मनी ट्रांसेक्शन ) :- एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक का अकाउंट में पैसा हस्तांतरित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले सिस्टम में भी बैच ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग होता है।
  • Reporting :- किसी भी उत्पाद को मैन्यूफैक्चर करने वाले कंपनी द्वारा production line के दैनिक रिपोर्ट तैयार करने के लिए उपयोग किए जाने वाले सिस्टम में इसका उपयोग होता है।
  • Research:- भौतिक विज्ञान से संबंधित शोध कार्य करने वाले वैज्ञानिकों द्वारा तथा वातावरण से संबंधित शोधकर्ताओं द्वारा भी इसका उपयोग होता है।

Advantages of Batch Operating System in Hindi 

  • चूँकि बैच ऑपरेटिंग सिस्टम में एक साथ बहुत सारे Jobs को execute होने के लिए cpu के पास भेजा जाता है, इसलिए इसमें idle time बहुत कम होता है। idle time ऐसा समय को कहते है, जिसमें सीपीयू के पास निष्पादित करने के लिए कोई प्रोग्राम नहीं होता है और उसे खाली बैठना पड़ता है।
  • Batch systems के उपयोग से बने कंप्यूटर को बहुत सारे यूजर एक-एक करके आपस में साझा कर सकते हैं।
  • बैच ऑपरेटिंग सिस्टम को प्रबंधित करना बहुत आसान है, यूज़र बहुत आसानी से अपने सारे निर्देश ऑपरेटर को दे देता है तथा बाकी का काम ऑपरेटर खुद कर लेता है।
  • इसमें बहुत सारे काम एक साथ कंप्यूटर को दिया जा सकता है तथा यूज़र को बार-बार इसके लिए कंप्यूटर के साथ Manually interact नहीं करना पड़ता है।

Disadvantages of Batch OS in Hindi

  • बैच सिस्टम में उपयोगकर्ता को आउटपुट मिलने में कितना समय लगेगा इसका अनुमान लगाना बहुत मुश्किल होता है, क्योंकि इसमें सारे Job के निष्पादन को पूरा करने के बाद आउटपुट एक साथ प्रदर्शित किये जाते हैं।
  • अगर किसी समय, किसी एक प्रोग्राम या निर्देश में कोई error आ जाता है या किसी एक प्रोग्राम के निष्पादन प्रक्रिया किसी कारण से बाधित हो जाती है, तो Job का वह पूरा बैच जो जिसके साथ इस प्रोग्राम का निष्पादन हो रहा था। उन सब के आउटपुट को प्रदर्शित करने में लिया जाने वाला समय बढ़ जाता है। जीससे की यूजर को बहुत परेशानी होती है।
  • इसमें किसी निर्देश या प्रोग्राम में मौजूद गलती का पता लगाना बहुत मुश्किल हो जाता है।
  • यह अन्य कंप्यूटर की तुलना में अधिक महंगा होता है।

Conclusion on Batch based Operating System in Hindi :- यह 1950 के दशक में बनाया गया एक पुराना ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से फैक्ट्री तथा मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में किया जाता था।

इसमें उपयोगकर्ता को सीधे ऑपरेटिंग सिस्टम से इंटरेक्ट करने की आवश्यकता नहीं होती है, बल्कि यूजर एक ऑपरेटर नाम के सॉफ्टवेयर को अपने सारे निर्देश एक साथ दे देता है, जिसके बाद ऑपरेटर उन निर्देशों का विश्लेषण करके उन्हें उनके स्वभाव और गुणों के आधार पर उनका गुच्छा बनाता है। उसके बाद समान गुण वाले निर्देश और प्रोग्राम के गुच्छों को प्रोसेसर के पास एक साथ निष्पादन के लिए भेज दिया जाता है।

बैच ऑपरेटिंग सिस्टम में एक-एक प्रोग्राम को निष्पादित करने के बाद उसका आउटपुट नहीं दिखाया जाता बल्कि इसमें सभी प्रोग्राम जिन्हें यहाँ Job कहा जाता है उनका निष्पादन पूरा करने के बाद एक साथ आउटपुट को प्रदर्शित किया जाता है।

इस लेख में हमने बैच OS के बारे में सरल हिंदी भाषा में चर्चा किया किया है। उम्मीद है की Batch based Operating System in Hindi पर लिखा गया यह लेख आप को पसंद आया होगा। अगर आप बैच ऑपरेटिंग सिस्टम पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।

What is Distributed Operating System in Hindi?

Author: admin | On:24th Nov, 2020 | 1080 View

What is Distributed Operating System in Hindi?

Definition of Distributed Operating System in Hindi :- डिस्ट्रीब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम किसी सिस्टम को कई अलग-अलग processors (प्रोसेसर) के बीच वितरित करने की सुविधा प्रदान करता है। ये सभी प्रोसेसर आपस में उच्च गति वाले buses के उपयोग से सूचनाओं का आदान-प्रदान करके संचार करते हैं। Buses विशेष प्रकार का केबल या तार होता है, जो एक प्रोसेसर से दूसरे प्रोसेसर के बीच उच्च गति से सूचनाओं को हस्तांतरित करने की क्षमता रखता है।

Distributed Operating System in Hindi
Distributed Operating System in Hindi

अगर साधारण शब्दों में कहें तो डिस्ट्रीब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम एक ऐसा OS है, जिसे कई अलग-अलग कंप्यूटर जिनके पास अपना processor और memory है, उनमें एक साथ इंस्टॉल किया जा सकता है।

आमतौर पर Distributed Operating System को जिन कंप्यूटरों में इंस्टॉल किया जाता है, वह सभी एक दूसरे से काफी दूर-दूर होते हैं तथा इन्हें आपस में Buses या अन्य उच्च गति वाले network cable के मदद से जोड़ा जाता है। डिस्ट्रीब्यूटेड OS एक साथ मिलकर किसी प्रोग्राम को निष्पादित करने की क्षमता रखते हैं तथा आपस में विभिन्न प्रकार के data, input / output से संबंधित जानकारी और अन्य संसाधन या रिसोर्सेज को भी साझा करते हैं।

डिसटीब्युटेड ऑपरेटिंग सिस्टम को loosely coupled systems (अव्यवस्थित संयोजित प्रणाली) भी कहते है, क्योंकि इससे कई अलग-अलग स्थानों पर वितरित कंप्यूटर प्रणालियों के संयोजन से बनाया जाता है।

Examples of distributed operating systems in Hindi

Examples of distributed operating systems in Hindi :- डिस्ट्रीब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ प्रमुख उदाहरण निम्नलिखित रुप से हैं :-

  • Berkeley Software Distribution :- बर्कले सॉफ्टवेयर डिस्ट्रब्यूशन या BSD एक डिस्ट्रीब्यूटेड OS है इसे 1977 में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में स्थित कंप्यूटर सिस्टम रिसर्च ग्रुप के द्वारा बनाया गया था। यह मूल रूप से UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम पर आधारित है।
  • MOSIX :- इसे 1977 में येरुशलम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आमोन बराक और और उनकी टीम ने मिलकर बनाया था। यह मूल रूप से UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम पर आधारित है।
  • Plan 9 :- इसे Bell Labs (बेल लैब्स) नाम की कंपनी द्वारा 2003 में बनाया गया था, यह भी मूल रूप से यूनिक्स पर आधारित है।
  • Cambridge Distributed Computing System :- इसी 1980 में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च ग्रुप द्वारा बनाया गया था।
  • Solaris:- सोलारिस को 1993 में Sun Microsystems (सन माइक्रोसिस्टम्स) नाम की कंपनी द्वारा बनाया गया था।
  • AIX:- इसे IBM नाम की कंपनी द्वारा 1986 में बनाया गया था।

Types of Distributed Operating System in Hindi

Types of Distributed Operating System in Hindi :- डिस्ट्रीब्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है:-

  • Client-Server Systems :- क्लाइंट सर्वर सिस्टम में, सर्वर एक मुख्य कंप्यूटर होता है तथा अन्य सभी कंप्यूटर जिन्हें क्लाइंट ही कहते हैं, वो सर्वर से सीधे तौर पर जुड़ा होता है। इसमें क्लाइंट कम्प्यूटरों के बीच आपस में कोई direct connection नहीं होता है। क्लाइंट विभिन्न प्रकार की जानकारी तथा संसाधनों के लिए सर्वर से अनुरोध करता है, जिसके बाद सर्वर उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करता है। इस प्रकार के डिस्ट्रीब्यूटर सिस्टम में सभी मशीनें आपस में संचार के लिए नेटवर्क केबल का उपयोग करती है।
  • Peer-to-Peer Systems :- पीयर-टू-पीयर सिस्टम में सभी कंप्यूटर एक दूसरे के साथ नेटवर्क केबल के माध्यम से कनेक्टेड होते हैं तथा जानकारियों तथा संसाधनों को आपस में समान रूप से साझा करते हैं। इन्हें आपस में जोड़ने के लिए buses या हाई स्पीड केबल का उपयोग किया जा सकता है।

Application of the distributed system in Hindi

Application of the distributed system in Hindi :- डिस्ट्रीब्यूटेड सिस्टम का उपयोग निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाता है

  • Air Traffic Control System (एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम) :- इसके उपयोग से हवाई जहाज के ट्रैफिक को कंट्रोल किया जाता है तथा पायलट को महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की जाती है।
  • Ticket reservation systems :- अलग-अलग स्थानों पर मौजूद हवाई जहाज या रेलवे के टिकट रिजर्वेशन केंद्रों में डिस्ट्रीब्यूटर सिस्टम का उपयोग यात्रियों को किसी वाहन में जगह आरक्षित करने के लिए किया जाता है।
  • Automated Banking System :- बैंकिंग प्रणाली में भी इसका उपयोग पैसों का आदान प्रदान करने के लिए किया जाता है।
  • Scientific Computing System :- विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र जैसे कि अंतरिक्ष से संबंधित अनुसंधान केंद्रों में या प्रयोगशालाओं में इसका उपयोग किया जाता है।
  • World Wide Web :- वर्ल्ड वाइड वेब के उपयोग से विभिन्न प्रकार के जानकारियों को लोगों के बीच वितरित करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।

Advantages of Distributed Operating System in Hindi 

  • Sharing of resources :- डिस्ट्रीब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम में सभी कंप्यूटर अपने संसाधनों या resources जैसे की CPU, Memory, network interface आदि को एक दूसरे के साथ साझा करते हैं जिसके परिणाम स्वरूप इसमें किसी समस्या को solve करने की क्षमता बढ़ जाती है।
  • Communication :- यह एक जगह से दूसरी जगह पर डेटा के संचार की गति को बढ़ाता है।
  • Reliability :- अगर किसी प्राकृतिक या अन्य सुरक्षात्मक कारणों से किसी एक कंप्यूटर का डाटा खराब भी हो जाता है, तो अन्य कंप्यूटर का डाटा इससे बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होता हैं, क्योंकि अन्य सभी कंप्यूटर बिल्कुल ठीक से काम कर रहे होते हैं । इस प्रकार की सुविधा डिसटीब्युटेड ऑपरेटिंग सिस्टम की विश्वसनीय को बढ़ाता है ।
  • Decrease work load :- इसमें पूरा सिस्टम डिस्ट्रीब्यूटर होता है, जिसके कारण किसी एक सिस्टम पर पड़ने वाले heavy work load को कम हो जाता है।
  • Scalability :- किसी centralize (केंद्रस्थ) System की तुलना में डिस्ट्रीब्यूटेड सिस्टम में बहुत आसानी से नए कंप्यूटरों को जोड़ा जा सकता है तथा इस प्रक्रिया में पुराने कंप्यूटर के डाटा या संसाधन किसी भी प्रकार से दूस-प्रभावित नहीं होते हैं।
  • Increase Performance :- यह सिस्टम द्वारा निर्देशों को निष्पादित करने की क्षमता, डाटा को प्रोसेस करने की क्षमता तथा आवश्यक output प्रदान करने की क्षमता को बढ़ाता है।
Disadvantages of Distributed Operating System in Hindi 
  • Security :- इसमें अगर कोई एक कंप्यूटर Virus से infect हो जाता है तो बाकी कंप्यूटरों पर भी इसका खतरा रहता है।
  • Costly:- डिसटीब्युटेड ऑपरेटिंग सिस्टम काफी महंगा होता है तथा इसे चलाने में आने वाला कुल खर्च बहुत अधिक होता है क्योंकि इसमें centralize System की तुलना में ज्यादा इलेक्ट्रिसिटी और इंटरनेट की आवश्यकता होती है।
  • Hard to manage:- डिस्ट्रीब्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम काफी जटिल होता है, जिसके कारण इसे प्रबंधित करना काफी मुश्किल होता है। इसके लिए skilled  कर्मचारी की आवश्यकता होती है।
  • Overloading :- कई बार डिस्ट्रीब्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम के सभी कंप्यूटर एक साथ जानकारियां भेज देते हैं, जिससे कि इन्हें जोड़ने वाले cable में डाटा ओवरलोड हो जाता है। जिसके कारण जानकारियों की आवाजाही प्रभावित होती है और सिस्टम का परफॉर्मेंस भी खराब होता है।
  • Data Lose :- कई बार एक कंप्यूटर द्वारा भेजा गई कोई जानकारी दूसरे कंप्यूटर तक पहुंचने से पहले ही विभिन्न कारणों से नेटवर्क में कहीं खो जाता है। जिससे कि आवश्यक जानकारी उसके गंतव्य तक नहीं पहुंच पाती है।

Summery on Distributed System in Hindi :- इस लेख में हमने डिस्ट्रीब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में सरल हिंदी भाषा में चर्चा किया किया है। डिस्ट्रीब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम कई अलग-अलग processor और memory के बीच वितरित OS होता है और इन सभी हार्डवेयर को उच्च गति वाले नेटवर्क केवल या Buses की मदद से जोड़ा जाता है। Distributed OS के सभी अलग-अलग हार्डवेयर उपकरण एक साथ मिलकर किसी input का निष्पादन करने की क्षमता रखते हैं।

उम्मीद है की Distributed Operating System in Hindi पर लिखा गया यह लेख आप को पसंद आया होगा। अगर आप इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।

  • « Go to Previous Page
  • Go to page 1
  • Go to page 2
  • Go to page 3
  • Go to page 4
  • Interim pages omitted …
  • Go to page 48
  • Go to Next Page »

Primary Sidebar

ad

Categories

  • artificial intelligence
  • Asp.net
  • Blogging
  • Computer Architecture
  • Computer Network
  • Data Science
  • Electonics
  • Entertainment
  • Full Form
  • Hindi News
  • Make Money
  • Mobile
  • Operating System
  • Programming Language
  • Statistics in Hindi
  • System Analysis
  • Technology
  • Uncategorized
  • Web Development
Copyright ©2020 Digitally Seekho