
Definition of Neural Network in Hindi:- न्यूरल नेटवर्क इंसान के nervous system (तंत्रिका तंत्र) से प्रेरणा लेकर बनाया गया, एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एल्गोरिदम है जो की मशीन को उपलब्ध डेटा से जानकारियों को सीखने में सक्षम बनाता है। न्यूरल नेटवर्क की तकनीक का उपयोग मशीन लर्निंग की प्रक्रिया में किया जाता है और हमारे द्वारा आज के समय अपने रोजमर्रा के जीवन में उपयोग किये जाने वाले कई उत्पाद जैसे की Amazon Alexa, Google Assistant आदि में इसका उपयोग होता है।
इसे Artificial Neural Networks (आर्टिफीसियल न्यूरल नेटवर्क) संछेप में ANN के नाम से भी जाना जाता है।
History of Artificial Neural Networks in Hindi:- हालांकि पिछले 10-20 वर्षों से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग जैसे तकनीकों पर बहुत अधिक चर्चा होने लगी है क्योंकि इन तकनीकों से संबंधित नए-नए उत्पाद हमारे रोजमर्रा के जीवन में उपयोग के लिए बाजार में आते रहते हैं। लेकिन इन तकनीकों का इतिहास 50 से 60 साल से भी अधिक पुराना है। ठीक इसी प्रकार न्यूरल नेटवर्क की तकनीक की उत्पत्ति भी 1947 में न्यूरोफिज़ियोलॉजिस्ट और गणितज्ञ Warren McCulloch (वॉरेन मैकुलोच) और Walter Pitts (वाल्टर पिट्स) ने ‘न्यूरॉन्स कैसे काम करते हैं’ इस पर एक लेख लिखा ।
इसके बाद 1949 में Donald Hebb (डोनाल्ड हेब्ब) ने अपनी पुस्तक “द ऑर्गनाइजेशन ऑफ बिहेवियर” में न्यूरल नेटवर्क की अवधारणा से सम्बंधित जानकारियाँ प्रकाशित किया। इसके बाद 1950 में IBM कंपनी के प्रयोगशालाओं में neural network से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण अनुसंधान हुए। 1957 में प्रसिद्ध कंप्यूटर वैज्ञानिक John von Neumann (जॉन वॉन न्यूमैन) ने टेलीग्राफ रिले या वैक्यूम ट्यूबों का उपयोग करके सरल न्यूरॉन कार्यों की नकल करने का सुझाव दिया।
1985 में अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स ने न्यूरल नेटवर्क पर एक वार्षिक बैठक शुरू की। 1987 में इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर (IEEE) ने न्यूरल नेटवर्क्स पर पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जिसमें 1,800 से अधिक लोगों उपस्थित थे।
Applications of Artificial Neural Networks in Hindi
Applications of Artificial Neural Networks in Hindi:- न्यूरल नेटवर्क की तकनीक का उपयोग करके बनाये गए कुछ प्रमुख अनुप्रयोग निम्नलिखित रूप से है
- Aerospace:- ऑटोपायलट मोड में विमान को चलने के लिए उपयोग होने वाले तकनीक में न्यूरल नेटवर्क का उपयोग किया जाता है।
- Automotive:- ऑटोमोबाइल मार्गदर्शन प्रणाली के निर्माण में न्यूरल नेटवर्क का उपयोग होता है।
- Military:- सेना द्वारा उपयोग होने वाले हथियार के परिचालन, लक्ष्य ट्रैकिंग, वस्तु भेदभाव, चेहरे की पहचान, संकेत या छवि पहचान में न्यूरल नेटवर्क का उपयोग होता है।
- Electronics:- चिप लेआउट डिज़ाइन करने या चिप की विफलता का विश्लेषण करने में न्यूरल नेटवर्क का इस्तेमाल होता है।
- Financial:- रियल एस्टेट में किसी सम्पत्ति का मूल्यांकन करने में, ऋण संबंदी निर्णय लेने में, कॉर्पोरेट वित्तीय विश्लेषण, मुद्रा मूल्य भविष्यवाणी, क्रेडिट एप्लिकेशन मूल्यांकन में न्यूरल नेटवर्क का उपयोग होता है।
- Industrial:- मैन्युफैक्चरिंग की प्रक्रिया को प्रबंधित करने के लिए, उत्पाद डिजाइन और विश्लेषण, गुणवत्ता निरीक्षण प्रणाली, रासायनिक उत्पाद का रखरखाव एवं विश्लेषण आदि में न्यूरल नेटवर्क की तकनीक का इस्तेमाल होता है।
- Medical:- EEG और ECG विश्लेषण, कैंसर सेल विश्लेषण आदि में।
- Speech:- वॉयस रिकग्निशन, text से speech या speech से text में बदलने वाली तकनीकों के निर्माण में भी न्यूरल नेटवर्क का उपयोग होता है।
- Telecommunications :- Image और data का संक्षिप्तीकरण, स्वचालित सूचना सेवा का प्रबंधन, वास्तविक समय में बोली जाने वाली भाषा का किसी दूसरे भाषा में अनुवाद।
- Transportation :- ट्रैफिक जाम से बचने के लिए वाहन के रूट और टाइम को शेड्यूलिंग करना।
- Software :- चेहरे के पैटर्न की पहचान, ऑप्टिकल चरित्र की पहचान आदि ।
- Time Series Prediction:- Artificial Neural Networks का उपयोग प्राकृतिक आपदाओं पर भविष्यवाणियां करने के लिए तथा स्टॉक मार्केट से सम्बंधित भविष्यवाणियां के लिए भी किया जाता है।
- Signal Processing:- यह ऑडियो सिग्नल को संसाधित करने और इसे श्रवण यंत्रों में उचित रूप से फ़िल्टर करने में मदद करता है।
Advantages and Disadvantages of Neural Networks in Hindi
Advantages of Neural Networks in Hindi:-
- न्यूरल नेटवर्क्स में खुद से नए-नए जानकारियों से सीखने और आउटपुट देने की क्षमता होती है, जो उन्हें प्रदान किए गए इनपुट तक सीमित नहीं है।
- इसके कारण एक बार अगर मशीन डेटा से किसी जानकारी को सीख ले तो उसके बाद वह पुराना डेटा delete भी हो जाये तो यह न्यूरल नेटवर्क्स के काम को किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं करता है।
- ये नेटवर्क उदाहरणों से सीख सकते हैं और भविष्य में वैसी कोई भी समान घटना होने पर उनका समाधान कर सकते है।
- वास्तविक समय की घटनाओं की मदद सीखता रहता है और जैसे-जैसे समय बीतता जाता है वैसे-वैसे न्यूरल नेटवर्क्स की सटीकता और प्रदर्सन में सुधार होता जाता है।
- ये सिस्टम प्रदर्शन को प्रभावित किए बिना एक साथ कई अलग-अलग कार्यों को कर सकते हैं।
- यह समय से साथ पुराणी जानकारियों में सुधार करता रहता है और गलतियों को ठीक करता रहता है।
Disadvantages of Neural Networks in Hindi:-
- न्यूरल नेटवर्क के माध्यम से किसी मशीन को प्रशिक्षित करने की प्रक्रिया काफी धीमी है और इसके लिए बहुत अधिक समय की आवश्यकता होती है।
- इसके माध्यम से किसी मशीन को प्रशिक्षित करने के लिए बहुत सारे डाटा और पुराने उदाहरणों की आवश्यकता होती है और अगर पुरानी जानकारियां उपलब्ध ना हो तो मशीन कभी भी किसी काम को नहीं सीख सकता।
Summery of Neural Networks in Hindi:- 21वीं शताब्दी के इस समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और रोबोटिक्स जैसे विषयों की इतनी ज्यादा मांग बाजार में पैदा हो गई है कि इनके निर्माण में उपयोग होने वाले बुनियादी तकनीक जैसे की नेटवर्क कमाल डीप लर्निंग, न्यूरो न्यूरल नेटवर्क आदि की मांग बहुत ज़्यादा हो गई है। न्यूरल नेटवर्क एक कमाल की तकनीक है जो कि कई जटिल समस्याओं को बड़ी सरलता से समाधान करने में सक्षम है, हालांकि यह सभी समस्याओं के लिए उपयुक्त नहीं है और इसकी कुछ खामियां भी है। लेकिन जैसा कि आप जानते हैं कंप्यूटर और मशीन की दुनिया हर रोज बदलते रहती है और इनसे जुड़ी हुई नए-नए Updates बाजार में आते ही रहते हैं। इसी कारण समय के साथ-साथ इन तकनीकों में भी नए-नए सुधार होते रहेंगे और इनमें मौजूद वर्तमान खामियों को भविष्य में दूर किया जाएगा।
इस लेख में हमने न्यूरल नेटवर्क को सरल हिंदी भाषा में समझाने का प्रयास किया है। उम्मीद है कि Artificial Neural Networks in Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप न्यूरल नेटवर्क पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं जिससे कि हम अपने लेख में आवश्यक परिवर्तन करके इसे और अधिक उपयोगी बना सके।