
What is XHTML in Hindi:- XHTML का पूरा नाम है – EXtensible HyperText Markup Language ( एक्स्टेंसिबल हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज )
XHTML को HTML (Hypertext Markup Language / हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज) और XML ( eXtensible Markup Language / एक्सटेंसिबल मार्कअप लैंग्वेज ) के मिश्रण से बनाया गया है। XHTML को मुख्य रूप से HTML में मौजूद कमियों को दूर करने के उदेश्य से बनाया गया था। XHTML और HTML का syntax एक जैसा ही है तथा दोनों में कोड लिखने के लिए उपयोग की जाने वाले सभी शब्द भी एक ही है। लेकिन XHTML में कोड को सही ढंग से लिखना बहुत अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि XHTML अपने कोड के नियमों को लेकर बहुत अधिक कठोर है अर्थात अगर हम XHTML की मदद से कोड लिखते समय थोड़े से भी ग़लती कर दे तो वह कोड execute नहीं हो सकता।
Need of XHTML in Hindi
Need of XHTML Tutorial in Hindi :- HTML कोड लिखते समय अगर Code के Syntax में छोटी सी गलती हो जाये तब भी तब भी computer या laptop के web browser में वेबसाइट खुल जाता है इसी कारण web developer आम और पर HTML की मदद से कोड लिखते समय छोटी-मोटी गलतियों को अनदेखा कर देते है क्योंकि उन गलतियों का कोई भी सीधा प्रभाव वेबसाइट पर प्रदर्शित नहीं होता। उदाहरण के लिए आप निम्नलिखित HTML कोड को देखिये।
<html> <head> <title>Page Title</title> </head> <body> <p>This is a paragraph. </body> </html>
उपयुक्त उदाहरण में हमने <p> tag को बंद नहीं किया है, लेकिन इस गलती के बाबजूद किसी computer या laptop के web browser पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। लेकिन इस गलत कोड वाले वेबसाइट से कई प्रकार की समस्य हो सकती है जैसे की mobile devices पर गलत HTML कोड वाले website ठीक से काम नहीं करता, इसके अलावा गलत कोड वाले वेबसाइट को आसानी से ddos attack करके hack किया जा सकता है।
HTML में मौजूद इन समस्याओं को दूर करने के उदेश्य से HTML और XML को संयोजित करके XHTML को बनाया गया। इसमें वेब पेज के Source Code को लिखते समय निर्दिष्ट Syntax के नियमों का पालन करना बहुत जरुरी है।
History of XHTML in Hindi :- इसे सबसे पहले World Wide Web Consortium (W3C) के द्वारा January 26, 2000 को प्रारंभ किया गया था। इसका अर्थ है कि January 26, 2000 के बाद रिलीज़ होने वाले सभी नए ब्राउज़र ( जैसे गूगल क्रोम, नेटस्केप और ओपेरा के नए संस्करण ) पहले से ही XHTML को समझने के योग्य है । July 2010 में इसके दूसरे संस्करण को लॉन्च किया गया।
Rules and Syntax of XHTML in Hindi
- XHTML कोड की शुरुआत में सबसे पहले DOCTYPE की घोषणा करना आवश्यक है। इसके उपयोग से यह पता चलता है कि हम XHTML के किस संस्करण का उपयोग कर रहे हैं।
- सभी Tag और attribute के नाम lower case ( छोटे अक्षर ) जैसे की a, b, c, d में होने चाहिए।
- सभी elements का प्रारंभिक और समापन टैग होने चाहिए। जैसे की <p> </p>
- अगर पेज में कहीं script tag का उपयोग किया जा रहा है तो language attribute में उस script के भाषा का नाम बताना भी जरूरी है जैसे कि language = “javascript” .
- इसमें name attribute को id attribute से बदल दिया गया है। इसलिए जिस जगह पर name का उपयोग करना है, उस जगह पर id का उपयोग करना चाहिए।
Advantages of XHTML in Hindi
- XHTML ऐसे web pages बनाने की सुविधा प्रदान करता है जो कि सभी प्रकार के Web Browser जैसे की Google Chrome, Mozilla Firefox, Opera, UC Browser आदि पर समान रूप से काम कर सके।
- यह एक standard प्रदान करता है, जिसका उपयोग बिना किसी बदलाव के विभिन्न प्रकार के उपकरणों जैसे की कंप्यूटर, टेबलेट, मोबाइल आदि पर समान रूप से किया जा सकता है।
- XHTML को किसी अन्य web designing language ले साथ जोड़ना बहुत आसान है।
- यह वेबसाइट के लोडिंग गति को बढ़ाता है, जिससे उपयोगकर्ता कम समय में वेब पेज की जानकारियों को प्राप्त कर पाता है।
- यह Web Server के bandwidth को बचाता है।
- चूँकि XHTML में नियमों का पालन अच्छे से किया जाता है, इसलिए source code काफी संगठित और सुसज्जित होता है। जिससे किसी वेब डेवलपमेंट के प्रोजेक्ट में काम कर रहे दूसरे सदस्यों के लिए भी source code को समझना काफी आसान हो जाता है।
- XHTML वेबसाइट को search engine जैसे की Google, Yahoo, Bing पर जल्दी rank करवाने में बहुत सहायता करता है, क्योंकि इनके code काफी संगठित और सुसज्जित होते है।
- अगर कोई पुराना वेब ब्राउज़र XHTML code को समझने में सक्षम नहीं है, तब भी किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं होती है। ऐसे Web Browser में XHTML के उपयोग से बनाया गया Web Page किसी साधारण HTML Page की तरह काम करता है।
- ये वेब पेज बनाने के लिए Cascading Style Sheets (CSS) के साथ मिलकर इस तरह से काम करता है, की website के design को Update करना और उनमें कोई परिवर्तन करना बहुत आसान हो जाता है ।
- ये client side scripting languages जैसे की JavaScript को बड़ी ही सरलता से वेबसाइट के साथ जोड़ने की सुविधा प्रदान करता है।
Disadvantage of Xhtml in Hindi
- HTML के पांचवें संस्करण के बाद से XHTML का बहुत कम उपयोग होने लगा क्योंकि इसके सभी अच्छे गुणों को HTML के द्वारा ही उपलब्ध करवाया जाने लगा है।
- सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला ब्राउज़र Microsoft Internet Explorer ( माइक्रोसॉफ्ट इंटरनेट एक्सप्लोरर ) XHTML को support नहीं करता है।
Summery of XHTML Tutorial in Hindi:- यह XML और HTML के संयोग से बना एक मार्कअप लैंग्वेज है जिसका उपयोग वेब पेज बनाने के लिए किया जाता है। XHTML का Syntax बहुत ही कठोर है अर्थात वेब डेवलपर अगर इसके मदद से कोड लिखते समय किसी भी प्रकार की गलती करता है तो वह कोड का output नहीं देख पायेगा इसलिए इसका उपयोग करते समय वेब डेवलपर को बड़े ही सावधानी से सिंटेक्स के नियमों का पालन करना होता है। साधारण शब्दो में कहे तो XHTML को HTML में मौजूद खामियों को दूर करने के उदेश्य से बनाया गया था लेकिन जैसा की आप जानते है Internet और Computer की दुनिया रातों-रात परिवर्तित हो जाती है। XHTML के साथ भी वैसा ही हुआ 2014 में जब HTML का पाँचवा संस्करण को बाज़ार में लॉन्च किया गया तब से वेब डेवलपर ने Website निर्माण के लिए XHTML का उपयोग करना बंद कर दिया।
इस लेख में हमने एक्स्टेंसिबल हाइपरटेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज (EXtensible HyperText Markup Language) को सरल हिंदी भाषा में समझाने का प्रयास किया है। उम्मीद है कि XHTML Tutorial in Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप XHTML Tutorial पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।