RISC और CISC Architecture एक पद्धिति है जिसके उपयोग से किसी computer के microprocessor या CPU ( Central Processing Unit ) के काम करने का डिज़ाइन तैयार किया जाता है। मतलब कि किसी निर्देश या प्रोग्राम को कंप्यूटर किस प्रकार से निष्पादित करेगा यह उसके RISC और CISC आर्टिटेक्चर पर निर्भर करता है।
RISC Architecture in Hindi
Definition of RISC Architecture in Hindi:- RISC का पूरा नाम है Reduced Instruction Set Computer. इसे IBM कंपनी द्वारा बनाया गया था। इसे कम संख्या में कंप्यूटर निर्देशों को निष्पादित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है ताकि यह बहुत तेजी से संचालित हो सके। इसके तेज होने का एक कारण यह भी है की इसमें निर्देश छोटे और सरल होते है जिससे अधिकांश निर्देश का निष्पादन एक चक्र में पूरा हो जाता है, और प्रोसेसर को एक ही समय में कई निर्देशों को संभालने में आसानी होती है।
Characteristic of RISC in Hindi :-
- इसमें instructions रजिस्टर आधारित हैं और डेटा ट्रांसफर एक register से दूसरे register के बीच होता है, मतलब की इसमें CPU को बाहरी मेमोरी की आवश्यकता नहीं होती है।
- RISC आर्किटेक्चर का उपयोग विशेष रूप से वीडियो प्रोसेसिंग, दूरसंचार और इमेज प्रोसेसिंग जैसे जटिल सॉफ्टवेयर के लिए किया जाता है।
- Alpha, ARC, SPARC सबसे प्रमुख RISC माइक्रोप्रोसेसर के उदाहरण है।
Advantages of RISC Architecture in Hindi:-
- RISC architecture में निर्देश बहुत ही सरल होते हैं, जिनसे इनका निष्पादन बहुत तेजी से होता है और पूरे कंप्यूटर सिस्टम की गति बढ़ जाती है।
- इनका instruction बहुत ही छोटा होता है इसलिए इन्हें बहुत ही कम रजिस्टर स्पेस की आवश्यकता होती है।
- CISC की तुलना में RISC architecture को बहुत ही आसानी से डिज़ाइन किया जा सकता है।
- इन्हे कम transistors ( ट्रांजिस्टर ) और chip cost की आवश्यकता होती है।
- इसे मेमोरी की आवश्यकता नहीं होती है जिससे disc space बच जाता है।
- निर्देश कम होने के कारण इसमें बहुत कम मात्रा में addressing modes की आवश्यकता होती है
Disadvantages of RISC Architecture in Hindi:-
- RISC आर्किटेक्चर के लिए कंपाइलर का डिजाइन करना बहुत अधिक जटिल काम है।
- इससे अधिक हार्डवेयर की आवश्यकता पड़ती है।
- RISC processors तेजी से काम करने के लिए बड़ी मात्रा में कैश मेमोरी (cache memory) की आवश्यकता होती है।
- RISC processors का प्रदर्शन प्रोग्रामर द्वारा लिखे गए कोड पर भी निर्भर करता है, इसी कारण इसमें सॉफ्टवेयर इंजीनियर के ऊपर अच्छी कोड लिखने का बहुत दबाब रहता है।
CISC Architecture in Hindi
Definition of CISC Architecture in Hindi:- CISC का पूरा नाम है Complex Instruction Set Computer. इसे Intel कंपनी द्वारा बनाया गया था। यह बहुत अधिक मात्रा में निर्देशों को निष्पादित करने में सक्षम है, लेकिन इसकी गति RISC की तुलना में बहुत धीमा होता है ।
Characteristic of CISC :-
- इसमें डेटा ट्रांसफर एक memory से दूसरे memory के बीच होता है, मतलब की इसमें CPU को बाहरी मेमोरी की आवश्यकता पड़ती है।
- CISC आर्किटेक्चर का उपयोग विशेष रूप से सामान्य सुरक्षा प्रणालियों, होम ऑटोमेशन जैसे काम में किया जाता है।
- AMD, Intel x86, Motorola 68000 आदि CISC प्रोसेसर के उदाहरण है।
Advantages of CISC Architecture in Hindi:-
- यह जटिल निर्देशों के साथ काम करने में सक्षम है ।
- CISC आर्किटेक्चर मुख्य मेमोरी RAM का कुशलता से उपयोग करता है, क्योंकि निर्देश और सघन होते है इसलिए किसी कार्य को प्राप्त करने के लिए कम संख्या में निर्देशों की आवश्यकता होती है।
- Complex Instruction Set Computer छोटे आकर के मेमोरी के साथ भी काफ़ी अच्छे से काम कर सकता है।
- यह सॉफ्टवेयर डिज़ाइन को सरल बनाने की सुबिधा देता है, इसके साथ काम करने के लिए जटिल कंपाइलर की आवश्यकता नहीं होती।
- इसमें निर्देश कंप्यूटर के मेमोरी में जमा होता है इसलिए बिना किसी समस्या के आसानी से instruction set में नए कमांड जोड़ा जा सकता है।
Disadvantages of CISC Architecture in Hindi:-
- इसमें निर्देशों के निष्पादन की गति Slow होने के कारण पूरे कंप्यूटर सिस्टम का प्रदर्शन खराब होता है।
- CISC आर्किटेक्चर में किसी निर्देश को निष्पादित होने के लिए तुलनात्मक रूप से अधिक clock cycles की आवश्यकता होती है।
- इसमें सॉफ्टवेयर को सरल बनाने के लिए हार्डवेयर संरचना को काफ़ी जटिल बनाया गया है जिसके निर्माण की प्रक्रिया काफ़ी कठिन होती है।
- CISC आर्किटेक्चर को 1970 में डिज़ाइन किया गया था जब मेमोरी छोटी और अधिक महंगी होता था लेकिन आजकल अधिकांश कंप्यूटर सिस्टम की मेमोरी का आकर बड़ा होता है क्योंकि ये सस्ता हो गया है। इसी कारण आज के समय पर Complex Instruction Set Computer की जरुरत नहीं रही।
Conclusion on CISC & RISC Architecture in Hindi :- RISC और CISC आर्किटेक्चर का उपयोग कंप्यूटर के माइक्रोप्रोसेसर की संरचना को डिज़ाइन करने के लिए किया जाता है। माइक्रोप्रोसेसर एक integrated circuit है जो कंप्यूटर के CPU (सीपीयू) की सबसे छोटी processing unit होती है। ये माइक्रोप्रोसेसर ही उपयोगकर्ता द्वारा दिए जा रहे इनपुट का निष्पादन कर के आउटपुट प्रदान करता है। यह एक अरब निर्देशों को प्रति सेकंड की गति से संसाधित करने की क्षमता रखता हैं।
माइक्रोप्रोसेसर किस प्रकार से काम करेगा अर्थात उपयोगकर्ता द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का निष्पादन किस प्रकार से करेगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि उसेके निर्माण के लिए किस आर्किटेक्चर का उपयोग किया गया है। अगर उसे बनाते समय RISC आर्किटेक्चर का उपयोग हुआ है तो ये माइक्रोप्रोसेसर एक बार में कम संख्या में input स्वीकार करते है लेकिन उन्हें तेज़ी से निष्पादित करते है और अगर उसे बनाते समय CISC आर्किटेक्चर का उपयोग हुआ है तो ये माइक्रोप्रोसेसर एक बार में ज्यादा संख्या में input स्वीकार करते है लेकिन उन्हें धीरे-धीरे निष्पादित करते है।
RISC और CISC आर्किटेक्चर दोनों में कुछ अच्छाइयां और कुछ कमियाँ मौजूद है इसलिए वर्त्तमान समय में इन दोनों में मौजूद अच्छाइयां को मिलकर EPIC (Explicitly Parallel Instruction Computing) नाम के एक नए आर्किटेक्चर का निर्माण किया गया है।
इस लेख में हमने Computer Architecture के RISC (Reduced Instruction Set Computer) और CISC (Complex Instruction Set Computer) आर्किटेक्चर को सरल हिंदी भाषा में समझाने का प्रयास किया है। उम्मीद है कि RISC Architecture in Hindi & CISC Architecture in Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप RISC और CISC आर्किटेक्चर पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।
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