What is Protocol in Hindi :- किसी तकनीक को चलाने या प्रबंधित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले नियमों के समुह को प्रोटोकॉल कहते हैं, अर्थात किसी काम को ठीक से पूरा करने के लिए बनाए गए नियमों के सेट को प्रोटोकॉल कहते है।
Definition of Email Protocol in Hindi :- नेटवर्क से जुड़े हुए विभिन्न उपकरणों के बीच Email (ई-मेल) के रूप में जानकारियों का आदान-प्रदान करने के लिए जिन नियमों का उपयोग किया जाता है, उन्हें ईमेल प्रोटोकॉल कहते हैं।
अगर साधारण शब्दों में कहें तो Email Protocol नियमों का वह समूह है, जिसके उपयोग से कोई उपयोगकर्ता ईमेल सर्वर जैसे की Gmail, Outlook, Yahoo-mail आदि के साथ ईमेल भेजकर या प्राप्त करके सूचना के आदान-प्रदान कर सकता है।
Need of Email Protocol in Hindi
Need of Email Protocol in Hindi :- आमतौर पर ई-मेल के उपयोग से जानकारियों का आदान-प्रदान करने की प्रक्रिया में कुल चार अलग-अलग तकनीक शामिल होते हैं, जोकि निम्नलिखित रुप से है:-
- Sender या जानकारियों को भेजने वाला कंप्यूटर।
- Receiver या जानकारियों को प्राप्त करने वाला कंप्यूटर।
- नेटवर्क कनेक्शन या इंटरनेट।
- ई-मेल सर्वर।
इन चारों अलग-अलग ऑब्जेक्ट्स को एक साथ मिलाकर काम करवाने के लिए कुछ आवश्यक मापदंडों तथा नियमों का पालन करवाना बहुत आवश्यक हो जाता है।
साथ ही किसी Hacker से ईमेल में भेजे जाने वाले जानकारियों को सुरक्षित करना तथा ई-मेल को भेजने में अगर कोई Error उत्पन्न होता है, तो उसे किस प्रकार से संभाला जाएगा यह सब भी कुछ बहुत महत्वपूर्ण समस्याएं हैं जिन्हें निपटाने के लिए Email Protocol का उपयोग किया जाता है।
Sender ईमेल को किस प्रकार से भेजेगा तथा रिसीवर उन ईमेल को किस प्रकार से एक्सेस करेगा। इसके साथ ही ईमेल सर्वर में ईमेल को किस प्रकार से व्यवस्थित किया जाएगा, इसके साथ ही ईमेल की सुरक्षा और ईमेल को भेजने में उत्पन्न हुए error को मैनेज करना। इन सभी कामों को ईमेल प्रोटोकॉल द्वारा किए जाते हैं। हम अलग-अलग ईमेल प्रोटोकॉल के बारे में आगे विस्तार से पढ़ेंगे।
Type of Email Protocols in Hindi
Type of Email Protocols in Hindi :- ईमेल प्रोटोकॉल मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं
- POP3 (Post Office Protocol) :- पोस्ट ऑफिस प्रोटोकॉल ईमेल के माध्यम से हस्तांतरित किए जाने वाले सामग्री को मेल सर्वर से उपयोगकर्ता के कंप्यूटर तक लेकर आता है। POP3 के उपयोग से User ईमेल संदेश डाउनलोड करके अपने स्थानीय कंप्यूटर जमा कर सकता है और इंटरनेट से न जुड़े होने पर भी मतलब कि offline होने पर भी डाउनलोड किए गए emails को पढ़ सकता है।
- Advantages :-
- इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि एक बार किसी ईमेल को डाउनलोड कर लेने के बाद उसे बहुत आसानी से बिना इंटरनेट का उपयोग किये भी पढ़ा जा सकता है या किसी portable memory device जैसे कि pen drive (पेनड्राइव) आदि का उपयोग करके एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक भी ले जाया जा सकता है।
- Disadvantages :-
- जब भी इसके उपयोग से ईमेल को स्थानीय रूप से डाउनलोड किया जाता है तो उसके बाद ईमेल सर्वर से वह ईमेल अपने आप delete हो जाता है अर्थात अगर किसी कारण बस उपयोगकर्ता के निजी कंप्यूटर में डाउनलोड किया गया Email delete हो जाए तो उस ईमेल को दोबारा प्राप्त करने का कोई तरीका नहीं बचता है।
- इसके साथ ही अगर कोई अलग-अलग कंप्यूटर से ईमेल को access करना चाहता है, तो उसके लिए भी pop3 प्रोटोकॉल का चुनाव एक गलत विकल्प होगा क्योंकि एक बार अगर कहीं ई-मेल को डाउनलोड कर लिया जाए तो दूसरे कंप्यूटर से उसे कभी एक्सेस नहीं किया जा सकता है।
- अगर उपयोगकर्ता के निजी कंप्यूटर में ईमेल को डाउनलोड करके जमा करने लायक खाली स्थान या Memory Space ना हो, तो वह अपने ईमेल को एक्सेस नहीं कर पाएगा।
- IMAP (Internet Message Access Protocol) :- इंटरनेट मैसेज एक्सेस प्रोटोकॉल उपयोगकर्ता को मेल सर्वर में मौजूद ईमेल को एक्सेस करने तथा आवश्यकता अनुसार ईमेल्स को संयोजित (organizes) करने की सुविधा प्रदान करता है। IMAP के उपयोग करता के उपयोगकर्ता मेल सर्वर में मौजूद ई-मेल को अलग-अलग फ़ोल्डर्स में व्यवस्थित करके जमा कर सकता है।
- Advantages :-
- IMAP की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके उपयोग से सर्वर में मौजूद ईमेल को बार-बार एक access किया जा सकता है, क्योंकि इसमें pop3 की तरह एक बार ईमेल को एक्सेस करने के बाद वह ईमेल सर्वर से डिलीट नहीं होता है।
- यह server में मौजूद ईमेल को बहुत ही सुंदर तरीके से अलग-अलग फोल्डर में ऑर्गेनाइज करने की सुविधा प्रदान करता है।
- Disadvantages :-
- सुरक्षा की दृष्टि से IMAP की क्रियाविधि में कई खामियां हैं, इसलिए किसी भी Hacker के द्वारा Server में मौजूद की ईमेल को बहुत ही आसानी से hack किया जा सकता है, जिससे कि महत्वपूर्ण जानकारियों के चोरी होने का खतरा बना रहता है।
- SMTP (Simple Mail Transfer Protocol) :- मौजूदा समय में लगभग सभी कंप्यूटर में ईमेल भेजना और प्राप्त करने के लिए सिम्पल मेल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (SMTP) का उपयोग किया जाता है।
- Advantages :-
- यह बहुत ही सुरक्षित तरीके से केवल अधिकृत उपयोगकर्ताओं को ही सर्वर में मौजूद ईमेल को एक्सेस करने तथा उसे अन्य यूजर्स तक को हस्तांतरित करने की सुविधा प्रदान करता है।
- SMTP का उपयोग बहुत आसानी से किया जा सकता है तथा इसके उपयोग से एक ही बार में बहुत सारे ईमेल भेजा जा सकता है।
- अगर किसी कारण बस sender द्वारा भेजा गया मेल delivered ना हो पाए तो सेन्डर के पास एक error report आ जाता है, जिससे sender यह समज जाता है की वह ईमेल भेजने में असफल रहा है। इस विशेषता के कारण SMTP को एक विश्वसनीय प्रोटोकॉल माना जाता है।
- Disadvantages :-
- POP3 की तरह इसमें ई-मेल को डाउनलोड करके अपने निजी कंप्यूटर पर store नहीं किया जा सकता अर्थात सभी mails हमेशा ऑनलाइन रहते हैंजिससे सिक्योरिटी का खतरा बना रहता है।
Comparison between All Email Protocol in Hindi
Comparison between POP, IMAP and SMTP :- POP, IMAP और SMTP का तुलनात्मक विश्लेषण निम्नलिखित रुप से है :-
POP (Post Office Protocol) | IMAP (Internet Message Access Protocol) | SMTP (Simple Mail Transfer Protocol) |
POP3 में मेल को एक ही डिवाइस से एक्सेस किया जा सकता है । | IMAP को multiple devices में access किया जा सकता है । | SMTP को भी multiple devices में access किया जा सकता है । |
इसमें Emails को का उपयोग करने से पहले उसे निजी कंप्यूटर पर डाउनलोड करना होता है, एक बार ईमेल डाउनलोड होने के बाद बिना इंटरनेट के भी उपयोग किया जा सकता है। | इसमें ईमेल को उपयोग करने के लिए निजी कंप्यूटर में डाउनलोड करने की आवश्यकता नहीं है, अर्थात इसमें बिना इंटरनेट के ई-मेल का उपयोग नहीं किया जा सकता। | इसमें भी ईमेल को उपयोग करने के लिए उसे निजी कंप्यूटर में डाउनलोड करने की आवश्यकता नहीं है, अर्थात इसमें बिना इंटरनेट के ई-मेल का उपयोग नहीं किया जा सकता। |
इसमें सारे ईमेल एक ही mailbox में आते हैं। | इसके उपयोग से ईमेल सर्वर पर कई अलग-अलग फोल्डर बनाए जा सकते हैं, जिनमें emails को आवश्यकता के अनुसार arrange किया जा सकता है। | यह भी कई अलग-अलग फोल्डर में ईमेल को organize करने की सुविधा प्रदान करता है। |
अगर ईमेल में कोई बड़े आकार का डाटा जैसे की वीडियो आदि भेज दिया जाए तो Pop के मदद से उसे एक्सेस करना काफी कठिन हो जाता है क्योंकि सबसे पहले उस वीडियो फाइल को अपने निजी कंप्यूटर में डाउनलोड करना पड़ेगा और अगर उस वीडियो का आकार बहुत बड़ा है, तो इसमें काफी लंबा समय लग सकता है। इसके साथ ही कंप्यूटर में इतना मेमोरी स्पेस भी खाली होना चाहिए कि उस बड़े आकर के वीडियो फाइल को जमा किए कर रखा जा सके। | इसमें बड़े आकर के डाटा को एक्सेस करने में कोई समस्या नहीं होती है। | इसमें भी बड़े आकर के डाटा को एक्सेस करने के लिए कोई समस्या नहीं होती है। |
एक बार ईमेल करो डाउनलोड करने के बाद server पर से निर्भरता पूरी तरह से खत्म हो जाती है। | यह पूरी तरह से मेल सर्वर पर निर्भर है। | यह भी पूरी तरह से मेल सर्वर पर निर्भर है। |
अगर उपयोगकर्ता का निजी कंप्यूटर खराब हो जाए तो सभी ईमेल की जानकारियों के खो जाने का खतरा बना रहता है। | अगर वेब सर्वर खराब हो जाए या इंटरनेट मौजूद ना हो या किसी कारण से web-server में कोई समस्या उत्पन्न हो जाए तो ईमेल्स की जानकारियों के खो जाने का खतरा बना रहता है। | इसमें भी इंटरनेट और वेब सर्वर के खराब होने पर जानकारियों के खो जाने का खतरा बना रहता है। |
कोई भी इंसान जो उपयोगकर्ता के निजी कंप्यूटर को एक्सेस कर सकता है, वह ईमेल में मौजूद सभी जानकारियों को भी एक्सेस कर सकता है इसलिए इसमें सुरक्षा के खतरा बना रहता है। | सुरक्षा की दृष्टि से इसे भी अधिक सुरक्षित प्रोटोकॉल नहीं माना जाता है, क्योंकि कोई हैकर उपयोगकर्ता के ईमेल आईडी या पासवर्ड को हैक करके ईमेल में मौजूद जानकारियों को एक्सेस कर सकता है। | यह बहुत ही अधिक सुरक्षित ईमेल प्रोटोकॉल माना जाता है। |
Conclusion on Email Protocol in Hindi :- ईमेल प्रोटोकॉल का उपयोग ईमेल भेजने के लिए उपयोग किए जाने वाले आवश्यक नियमों और conventions (परंपराओं) को परिभाषित करने के लिए किया जाता है। Sender किसी emails को किस प्रकार से भेजेगा और रिसीवर उसकी मेल को किस प्रकार से प्राप्त करेगा, इसके साथ ही मेल सर्वर में ईमेल को किस प्रकार से जमा किया जाएगा। इस तरह की सभी आवश्यक कामों को पूरा करने के लिए जिन नियमों का पालन किया जाता है उन्हें Email Protocol द्वारा ही बताया जाता है। Email Protocol ई-मेल के उपयोग से भेजने वाली जानकारियों की सुरक्षा तथा Mail Box को सुरक्षित करने के लिए भी जिम्मेदार है, । इसके साथ ही अगर कभी किसी कारण से सेंटर द्वारा भेजे गए ईमेल की डिलीवरी ठीक से ना हो पाए तो इस परिस्थिति को किस प्रकार से प्रबंधित किया जाए इससे संबंधित नियम भी ईमेल प्रोटोकॉल द्वारा ही परिभाषित किए जाते हैं।
इस लेख में हमने कंप्यूटर नेटवर्क के ईमेल प्रोटोकॉल को सरल हिंदी भाषा में समझने का प्रयास किया है। Email Protocol मुख्य रूप से तीन प्रकार का होता है – POP, IMAP और SMTP. इन तीनों ही प्रकारों के अपने कुछ लाभ एवं नुकसान है। उम्मीद है कि Email Protocol in Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप ईमेल प्रोटोकॉल पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।
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