Definitions of Functional Programming Language in Hindi:- फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में समस्त सोर्स कोड को शुद्ध गणितीय शैली में लिखने का प्रयास किया जाता है। इसमें सॉफ्टवेयर निर्माण के लिए लिखा गया सभी कोड अलग-अलग function के मदद से बिभाजित होता है। इसके कोड में ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग की तरह shared state, mutable data जैसे विधियों का उपयोग नहीं किया जाता है। इतना ही नहीं इसमें Loop Statements और Conditional Statements जैसे की while loop, for loop, If-Else आदि का भी उपयोग नहीं होता।
Features of Functional Programming in Hindi
Features of Functional Programming in Hindi:- फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित रूप से है :-
- फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग में सॉफ्टवेयर निर्माण के बारे में सोचते समय फ़ंक्शन के लिए दिए जाने वाले तर्कों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है क्योंकि इसमें पुरे प्रोग्राम का सोर्स कोड अलग-अलग फंक्शन में बाँटा होता है।
- इस प्रोग्रामिंग में परिणामों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है न की समाधान की प्रक्रिया पर।
- इसमें Flow Control के लिए function calls और recursion की तकनीक का उपयोग किया जाता है।
- इसे पूरी तरह से गणितीय कार्यों की अवधारणा का उपयोग करके बनाया गया है, जिस प्रकार गणित में किसी समस्या का समाधान के लिए पुनरावृत्ति का उपयोग किया जाता है। Functional programming में भी वैसे ही किसी समस्या के समाधान के लिए गणना किया जाता है।
- इसमें उपयोग किया जाने वाला डेटा अपरिवर्तनीय या स्थिर (immutable) होता है।
- इसमें ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP) की तरह एब्सट्रैक्शन, इनकैप्सुलेशन, इनहेरिटेंस, और पॉलीमोर्फिज्म जैसी लोकप्रिय अवधारणाओं का उपयोग होता हैं।
- फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज Loop Statements और Conditional Statements जैसे की while loop, for loop, If-Else, Switch Statements आदि को सपोर्ट नहीं करती हैं। इसमें सीधे functions और functional call का उपयोग करते हैं।
Example of Functional Programming in Hindi
Example of Functional Programming in Hindi:- फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के कुछ प्रमुख उदाहरण निम्नलिखित रूप से है :-
- Haskell :- हास्केल एक फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग भाषा है जिसे आदर्श रूप से डेटा विश्लेषण और बिज़नेस लॉजिक से संबंधित गणना के लिए उपयोग किया जाता है।
- SML :- SML या Standard ML प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग compiler बनाने वाले सॉफ्टवेयर डेवलपर के द्वारा किया जाता है। इसके अलावा शोधकर्ताओं और mathematical theorem को सिद्ध करने वाले के बीच काफ़ी लोकप्रिय है।
- Clojure :- क्लोजर का उपयोग social networking industry (सोशल नेटवर्किंग इंडस्ट्री) से लेकर Big Data solutions (बिग डेटा सॉल्यूशंस) तक के लिये किया जा सकता है। हालाँकि शुरुआत में क्लोजर भाषा को Java Virtual Machine (JVM) के साथ काम करने के लिए बनाया गया था।
- Erlang:- एरलैंग भाषा को मूल रूप से बड़े दूरसंचार प्रणालियों में उपयोग करने के लिए विकसित किया गया था। लेकिन अब धीरे-धीरे इसे ई-कॉमर्स, कंप्यूटर टेलीफोनी और बैंकिंग क्षेत्रों में भी इसका उपयोग होने लगा।
- F#:- F# (इसका उच्चारण F sharp किया जाता है). यह .NET Core फ्रेमवर्क के लिए माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के द्वारा बनाया गया लैंग्वेज है। यह अलग-अलग ऑपरेटिंग सिस्टम पर सामान रूप से चलने योग्य एप्लीकेशन बनाने में मदद करता है।
- SQL:- SQL का पूरा नाम Structured Query Language है, इसका उपयोग relational database को मैनेज करने के लिए किया जाता है।
- Mathematica:- यह मशीन लर्निंग, डेटा साइंस, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन, न्यूरल नेटवर्क के लिए उपयोग किया जाने वाला प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है।
- XSLT:- XSLT का पूरा नाम eXtensible Stylesheet Language Transformations है। यह XSL का एक भाग है जिसका उपयोग एक प्रकार के डॉक्यूमेंट को दूसरे प्रारूप में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है।
Note:- ऊपर आप ने फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग के जितने भी उदाहरण देखे है ये सभी शुद्ध रूप से फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, क्योंकि इनमें फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग से सभी गुण पूरी तरह से मौजूद है । वैसे वर्त्तमान समय की लोकप्रिय प्रोग्रामिंग लैंग्वेज Javascript और Python में भी फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग के कुछ गुण मौजूद है लेकिन चूँकि ये दोनों ही भाषा Loop Statements और Conditional Statements जैसे की while loop, for loop, If-Else, Switch Statements आदि को सपोर्ट करती है। इसी कारण Javascript और Python को पूरी तरह से Functional Programming Language नहीं कह सकते।
History of Functional Programming in Hindi
- फंक्शनल प्रोग्रामिंग की शुरुआती आधारशिला 1930 के दशक में Alonzo Church (अलोंजो चर्च) द्वारा विकसित lambda calculus (लैम्ब्डा कैलकुलस) से हो गई थी।
- सबसे पहला फंक्शनल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज LISP था जिसे 1950 में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के कंप्यूटर वैज्ञानिक John McCarthy (जॉन मैकार्थी) के द्वारा विकसित किया गया था। इस लैंग्वेज को IBM 700/7000 मशीन में उपयोग किया गया था।
- 1956 में Information Processing Language (IPL) कंप्यूटर-आधारित फंक्शनल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बनाया गया जोकि एक लो-लेवल assembly language प्रोग्राम था।
- 1960 के दशक की शुरुआत में Kenneth E. Iverson (केनेथ ई इवरसन) ने APL प्रोग्रामिंग लैंग्वेज विकसित किया जोकि FP से प्रभावित था।
- 1970 में University of Edinburgh (एडिनबर्ग विश्वविद्यालय) के शोधकर्ताओं ने ML(Meta Language) को विकसित किया था ।
- 2004 में data analysis के लिए लोकप्रिय फंक्शनल लैंग्वेज Scala को विकसित किया गया जोकि ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग और फंक्शनल प्रोग्रामिंग के संयोग से बनाया गया है।
Difference Between Object Oriented Programming and Functional Programming in Hindi:- हालाँकि फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग (FP) लैंग्वेज में ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP) लैंग्वेज की कुछ उपयोगी अवधारणा जैसे की Abstraction (एब्सट्रैक्शन), Encapsulation (इनकैप्सुलेशन), Inheritance (इनहेरिटेंस), और Polymorphism (पॉलीमोर्फिज्म) का उपयोग किया गया है लेकिन इसके बाबजूद फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग और ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग में कई असमानताएँ है जिसके उदाहरण निम्नलिखित रूप से है।
Object Oriented Programming | Functional Programming |
यह Mutable (परिवर्तनशील) डेटा का उपयोग करता है।
| यह Immutable (अपरिवर्तनीय या स्थिर) डेटा का उपयोग करता है। |
यह Imperative Programming Model (आदेशात्मक प्रोग्रामिंग मॉडल) का अनुसरण करता है। | यह Declarative Programming Model (घोषणात्मक प्रोग्रामिंग मॉडल) का अनुसरण करता है। |
“हमें काम को कैसे करना है” इस पर फोकस करता है। | “हमें क्या करना है” इस पर फोकस करता है। |
लूप्स और कंडीशनल स्टेटमेंट्स के उपयोग से फ्लो कंट्रोल किया जाता है। | फंक्शन कॉल्स और रिकर्सियन के उपयोग से फ्लो कंट्रोल किया जाता है। |
इसमें सोर्स कोड में लिखे statements के निष्पादन का क्रम बहुत महत्वपूर्ण है। | इसमें सोर्स कोड में लिखे statements के निष्पादन के क्रम का कोई महत्त्व नहीं है । |
Summery of Functional Programming in Hindi:- फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज मुख्य रूप से Function पर आधारित प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है, आमतौर पर इन लैंग्वेज का उपयोग न्यूरल नेटवर्क, मशीन लर्निंग, इमेज प्रोसेसिंग, डेटा साइंस, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन जैसे क्षेत्रों में किया जाता है।
इस लेख में हमने फ़ंक्शनल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सरल हिंदी भाषा में समझाने का प्रयास किया है। उम्मीद है कि Functional Programming Language in Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप Functional Programming पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।
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