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What is Interprocess communication in Hindi?

Author: admin | On:9th Nov, 2020| Comments: 0

Definition of Inter process communication (IPC) in Hindi :- इंटर प्रोसेस कम्युनिकेशन का उपयोग दो या दो से अधिक processes (किस operating system में Execute या निष्पादित हो रहे प्रोग्राम को प्रोसेस कहते है) या कोई ऐसा प्रोग्राम जिसके सभी भाग अलग-अलग स्वतंत्र रूप से निष्पादित हो उनके सभी भागों, के बीच महत्वपूर्ण जानकारियों का आदान-प्रदान करने के लिए किया जाता है।

Interprocess communication या IPC के मदद से ऑपरेटिंग सिस्टम या OS में एक साथ निष्पादित हो रहे विभिन्न प्रोग्राम के बीच सामंजस्य स्थापित करने में सहायता मिलती है। जिसके कारण अगर किसी समय पर दो या दो से अधिक प्रोग्राम या प्रोसेस को किसी सामान Resource (संसाधन) जैसे की hardware device या मेमोरी में जमा डेटा की आवश्यकता होती है तो प्रोग्राम इन्हे कुशलता से इस प्रकार साझा करते हैं की उनमे कोई आपसी टकराव की स्थिति ना बने और सभी का निष्पादन पूरा हो सके।



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1 Methods for interprocess communication in OS in Hindi
1.1 Advantages of Using Interprocess communication in OS in Hindi

Methods for interprocess communication in OS in Hindi

Methods for interprocess communication in OS in Hindi :- निम्नलिखित तरीकों का उपयोग करके प्रोसेस एक दूसरे के साथ संवाद कर सकती हैं :-

Inter Process Communication in Hindi
Inter Process Communication in Hindi
  • Memory Sharing :- दो या दो से अधिक प्रोसेस मेमोरी को आपस में साझा कर के संचार कर सकती है। इसके लिए Operating System द्वारा एक साझा मेमोरी सेगमेंट बनाया जाता है और दोनों प्रोसेस के मेमोरी लोकेशन या एड्रेस को unique identification number की तरह उपयोग करके आपस में संबाद करती है। इसका उपयोग Linux और Unix के विभिन्न ऑपरेटिंग में ज्यादा किया जाता है।
  • Message Passing :- मैसेज पासिंग में process के बीच संदेशों के आदान-प्रदान करके एक दूसरे के साथ संचार किया जाता है। इसके लिए सभी process एक जगह पर अपने संदेश को जमा कर देते है और वहीं से  अव्यश्क जानकारियों को प्राप्त भी कर लेते है इसलिए सभी प्रोसेस को आपस में जुड़ने की कोई अव्यश्कता नहीं पड़ती है। इंटरप्रोसेस कम्युनिकेशन के लिए यह काफी उपयोगी हैं और अधिकांश ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा इसका उपयोग कीया जाती हैं।
  • Pipe:- Pipe ( पाइप ) के उपयोग दो प्रोसेस के बीच गुप्त रूप से मतलब की Private communication किया जा सकता है। यह एक half-duplex method है मतलब की एक पाइप के उपयोग से केवल संदेश भेजा जा सकता है और दूसरे के उपयोग से प्राप्त किया जा सकता है।
  • Message Queue:- इसमें प्रक्रियाओं के बीच संचार करने के लिए एक अस्थायी भंडारण स्थान (temporary storage location) में queue या कतार बनाकर मैसेज को इकठा किया जाता है और सभी प्रोसेस इस कतार में जमा data का उपयोग करते है।
  • Signal:- इसमें संकेत (Signal) के माध्यम से प्रोसेस के बीच आपस में संवाद किया जाता है।
  • Semaphores :- इसका उपयोग कंप्यूटर में सिंक्रनाइज़ेशन से जुड़ी समस्याओं को हल करते समय प्रोसेस के बीच संवाद के लिए किया जाता है।
  • Sockets :- इसका उपयोग ज्यादातर क्लाइंट और सर्वर के बीच नेटवर्क की मदद से संवाद करने के लिए किया जाता है।

Advantages of Using Interprocess communication in OS in Hindi 




  • Data Sharing :- कई बार एक साथ निष्पादित हो रहे दो या दो से अधिक प्रोग्राम मेमोरी में किसी जानकारी या डाटा को एक साथ प्राप्त करना चाहते हैं, इससे दोनों प्रोग्राम के आउटपुट पर प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन Inter process communication के माध्यम से ऐसे प्रोग्राम के बीच आपस में तालमेल स्थापित करके डेटा को कुशलता से साझा किया जा सकता है।
  • Input / Output Device Sharing :- IPC किसी प्रोग्राम के बीच इनपुट/आउटपुट डिवाइस को साझा करने या क्रमबद्ध तरीके से उपयोग करने में सहायता करते हैं ।
  • Helps operating system in decision making :- इंटर प्रोसेस कम्युनिकेशन के उपयोग से ऑपरेटिंग सिस्टम प्रोग्राम, डेटा, मेमोरी, हार्डवेयर डिवाइस से संबंधित आवश्यक निर्णय कुशलता से ले सकता है।
  • Computational speedup:- जब हम किसी प्रोग्राम को कई छोटे-छोटे प्रोग्राम के बीच बांट देते हैं तो उनका निष्पादन तेजी से किया जा सकता है। इंटर प्रोसेस कम्युनिकेशन के माध्यम से इन सभी छोटे-छोटे प्रोग्राम के बीच आपस में जानकारियों का आदान-प्रदान करना संभव हो पाता है। मतलब की IPC के कारण प्रोग्राम तेजी से चलता है और पुरे कंप्यूटर सिस्टम की गति बढ़ जाती है।
  • User Satisfaction :- यह पूरी कंप्यूटर सिस्टम की गति को बढ़ाने में सहायता करता है, मतलब जैसे ही कोई उपयोगकर्ता कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस के उपयोग से कोई निर्देश देता है सीपीयू उसे जल्दी से जल्दी एग्जीक्यूट करके उपयोगकर्ता के समक्ष आउटपुट प्रदर्शित करने में सक्षम हो पाता है।

Summery of Interprocess communication in OS in Hindi:- इस लेख में हमने ऑपरेटिंग सिस्टम अर्थात OS में होने वाले इंटरप्रोसेस कम्युनिकेशन को सरल हिंदी भाषा में समझाने का प्रयास किया है। उम्मीद है कि Inter-Process communication in OS in Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप Interprocess communication in Hindi पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।

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