Definition of Multiplexing in Hindi:- मल्टीप्लेक्सिंग एक ऐसी विधि या तकनीक है जिसके उपयोग से दो या दो से अधिक एनालॉग या डिजिटल सिग्नल (analog or digital signals) signal को एक साथ एक ही Communication medium के उपयोग भेजा जा सकता है। मल्टीप्लेक्सिंग के उपयोग से विभिन्न signal किसी संचार माध्यम को आपस में साझा करते हैं।
Multiplexing के तकनीक को लागू करने के लिए जिस hardware device का उपयोग किया जाता है उसे multiplexer कहते हैं। मल्टीप्लेक्स के माध्यम से प्रसारित किये गए सिग्नल्स को दूसरे छोर पर D-multiplex के द्वारा प्राप्त किया जाता है, उसके बाद उनमें से सही सिग्नल की पहचान करके उन्हें सही स्थान पर भेज दिया जाता है।
Use of Multiplexing in Hindi:-
- मल्टीप्लेक्सिंग के उपयोग से signal को भेजने वाला मतलब sender और signal को प्राप्त करने वाला मतलब receiver दोनों एक ही Communication medium जैसे की कोई Wire या Cable के माध्यम से एक समय दो या दो से अधिक signal या संदेश का आदान-प्रदान एक दूसरे के साथ कर सकता है।
- जब दो या दो से अधिक signals किसी एक ही Communication medium को संचार के लिए आपस में साझा करती है, तो उन सिग्नल के बीच आपस में टकराव या collision होने का खतरा उत्पन्न हो जाता है। लेकिन मल्टीप्लेक्सिंग की अवधारणा को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह signals के बीच किसी प्रकार के टकराव की परिस्थिति से बचाता है और बिना किसी समस्या के signals के प्रवाह को Communication medium में सुचारू रूप से करवाने में सहायता करता है।
Application of Multiplexing in Hindi
Real Life application of Multiplexing in Hindi:- हमारे रोजमर्रा के जीवन में उपयोग की जाने वाली निम्नलिखित तकनीकों में मल्टीप्लेक्सिंग का उपयोग होता है।
- नेटवर्क और इंटरनेट में data को ट्रांसफर करने के लिए।
- Satellite के उपयोग से पृथ्वी पर प्रसारित होने वाले डेटा सिग्नल और GPS के लिए।
- टेलीफोन नेटवर्क में वार्तालाप के लिए।
- रेडियो संदेश प्रसारण के लिए।
- कंप्यूटर के आंतरिक उपकरण जैसे की विभिन्न मेमोरी डिवाइस और CPU को जोड़ने के लिए।
History of Multiplexing in Hindi:-
- 1870 के दशक में telegraphy ( टेलीग्राफी ) के आविष्कार के साथ ही संदेशों को सरलता से भेजने के लिए विभिन्न प्रकार के आविष्कारों पर काम किया जाने लगा। 1974 में सबसे पहले Thomas Edison ( थॉमस एडिसन ) ने एक ऐसी तकनीक विकसित की जो एक ही समय में दो अलग-अलग संदेशों को एक दिशा में यात्रा करने की सुविधा प्रदान करता था। इसका नाम उन्होंने diplexing दिया था।
- इसी समय पर कई और वैज्ञानिकों ने विभिन्न प्रकार के आविष्कारों के माध्यम से संचार के क्षेत्र में कई सुधार किए। लेकिन आधिकारिक रूप से वर्तमान मल्टीप्लेक्सिंग के तकनीक को विकसित करने का श्रेय George Owen Squier (जॉर्ज ओवेन स्क्वीयर) को जाता है, जिन्होंने 1910 में टेलीफोन वाहक के लिए इसका आविष्कार किया था।
Example of Multiplexing in Hindi:- दूरसंचार के क्षेत्र में आज भी मल्टीप्लेक्सिंग का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, उदाहरण के लिए मान लीजिए कि अगर किसी शहर में 1000 telephone connection ( टेलिफोन कनेक्शन ) है, तो इन सभी phone को आपस में जोड़ने के लिए अलग-अलग केवल की आवश्यकता नहीं है यह सभी टेलिफोन मल्टीप्लेक्सिंग के तकनीक का उपयोग करके एक ही केवल को आपस में साझा करती है, और जानकारियों का आदान प्रदान करती है।
Types of Multiplexing in Hindi
Type of Multiplexing in Hindi:- मल्टीप्लेक्सिंग मुख्य रूप से तीन प्रकार का होता है:-
- Frequency Division Multiplexing in Hindi (FDM):- फ़्रीक्वेंसी डिवीजन मल्टीप्लेक्सिंग में प्रत्येक के signal को मुख्य संचार माध्यम के भीतर एक sub-channel या frequency में बांट दिया जाता है। मतलब की इसमें प्रत्येक signal के लिए एक frequency होता है। रेडियो प्रसारण फ़्रीक्वेंसी डिवीजन मल्टीप्लेक्सिंग का एक उदाहरण है इसमें अलग-अलग रेडियो स्टेशन का कार्यक्रम अलग-अलग frequency पर एक साथ उपलब्ध होता है और कोई भी उपयोगकर्ता आसानी से अपने रेडियो डिवाइस की frequency को बदलकर किसी भी रेडियो स्टेशन के कार्यक्रम को सुन सकता है।
- Wavelength Division Multiplexing in Hindi (WDM):- इसका उपयोग अलग-अलग wavelengths वाले ऑप्टिकल सिगनल्स को एक साथ मिलाकर बहुत ही उच्च गति वाले optical fibre cable के मदद से signals को भेजने और प्राप्त करने के लिए किया जाता है। इसकी प्रमुख विशेषता यह है कि इसमें एक ही समय पर optical fibre cable के मदद से सिग्नल को प्राप्त भी किया जा सकता है और उन्हें भेजा भी जा सकता है। internet connection के लिए उपयोग होने वाले broadband में इसका बहुत ज्यादा उपयोग होता है।
- Time Division Multiplexing in Hindi (TDM):- इसमें सिग्नल को time slots के आधार पर बांटा जाता है मतलब कि इसमें कुछ समय के लिए मीडियम का पूरा bandwidth किसी एक सिग्नल को उपलब्ध करवा दिया जाता है। Tele-communication के क्षेत्र में इसका व्यापक रूप से उपयोग होता है।
- Code Division Multiplexing in Hindi (CDM):- कोड डिवीजन मल्टीप्लेक्सिंग (CDM) का उपयोग कई अलग-अलग डेटा सिग्नल को एक सामान frequency पर एक साथ प्रसारित करने के लिए किया जाता है। वह तकनीक जो CDM की प्रक्रिया में मदद करती है उसे code division multiple access (कोड डिवीजन मल्टीपल एक्सेस) या CDMA कहते है। 2G, 3G वायरलेस नेटवर्क संचार में इसका उपयोग सूचना के आदान-प्रदान के लिए होता है।
Advantages and Disadvantages of Multiplexing in Hindi
Advantages of Multiplexing in Hindi:-
- केवल एक संचार माध्यम के उपयोग से विभिन्न प्रकार के Signals का एक साथ आदान-प्रदान किया जा सकता है।
- इसके उपयोग से संचार माध्यम के bandwidth (बैंडविड्थ) का बहुत ही कुशलता से उपयोग हो पाता।
- यह कम्युनिकेशन मीडियम को आपस में साझा करने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे कि विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे कि Computer, Laptop, Printer, Mobile आदि को आपस में संचार करने के लिए सीधे तौर पर एक दूसरे से जोड़ने की आवश्यकता नहीं होती है। सभी उपकरण किसी एक संचार माध्यम को आपस में साझा करके एक-दूसरे के साथ जानकारियों का आदान प्रदान कर सकते हैं। इसलिए इसका उपयोग करने से अत्याधिक संसाधनों पर पैसे के खर्च को बचाता है।
- चूँकि इससे विभिन्न उपकरणों के जोड़ने वाले माध्यम जैसे की Wire या Cable की संख्या बहुत ही कम हो जाती है इसलिए इन्हें प्रबंधित करना बहुत आसान हो जाता है।
Disadvantages of Multiplexing in Hindi:-
- इसके कारण सिग्नल को गंतव्य स्थान तक पहुंचने में ज्यादा समय लगता है।
- Multiplexing को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त I / O पोर्ट की आवश्यक होती है।
- उपकरणों को मल्टीप्लेक्सिंग के योग्य बनाने के लिए इनके switching ports में firmware को जोड़ा गया जोकि बहुत जटिल प्रणाली है।
Summery of Multiplexing in Hindi:- इस लेख में हमने सूचनाओं के आदान-प्रदान और कंप्यूटर नेटवर्क के क्षेत्र में बहुत अधिक उपयोग होने वाली तकनीक मल्टीप्लेक्सिंग को सरल हिंदी भाषा में समझने का प्रयास किया है। इसमें हमने मल्टीप्लेक्सिंग की Definition, Use, application, History, Example, Type, Advantages और Disadvantages को विस्तार से जाना। उम्मीद है कि Multiplexing in Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप मल्टीप्लेक्सिंग पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।
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