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What is Multiprogramming Operating System in Hindi?

Author: admin | On:24th Nov, 2020| Comments: 0

Definition of Multiprogramming Operating System in Hindi :- मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम के उपयोग से किसी कंप्यूटर के प्रोसेसर में एक साथ दो या दो से अधिक प्रोग्राम को निष्पादित किया जा सकता है। मल्टीप्रोग्रामिंग उपयोगकर्ता के द्वारा दिए गए निर्देशों को जल्दी से जल्दी निष्पादित करके आवश्यक आउटपुट प्रदान करता है, इससे कंप्यूटर के प्रदर्शन में वृद्धि होती है।

मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम में कंप्यूटर के प्राइमरी मेमोरी या RAM में एक साथ एक से अधिक प्रोग्राम को लोड किया जाता है। जिससे कि कंप्यूटर के CPU (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) के पास निष्पादन के लिए हमेशा एक प्रोग्राम मौजूद होता है, इसलिए इसमें सीपीयू को कभी भी खाली नहीं बैठना पड़ता और उसका भरपूर उपयोग हो किया जा सकता है।

multiprogramming OS in hindi
Multiprogramming OS in Hindi

मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम में एक प्रोग्राम से प्रोग्राम पर सीपीयू इतनी तेज से switch करता है, कि उपयोगकर्ता को लगता है कि सारे प्रोग्राम एक साथ ही चल रहा है, लेकिन वास्तव में सीपीयू तो एक-एक करके ही प्रोग्रामों का निष्पादन करता है। इसमें जब एक प्रोग्राम का निष्पादन होता है, तो दूसरा प्रोग्राम wait कर रहा होता है फिर दूसरे का निष्पादन शुरू होता है तो बाकी के प्रोग्राम कंप्यूटर के प्राइमरी मेमोरी RAM में wait कर रहा होता है, यह सभी काम सीपीयू बहुत तेजी से करता है। इसलिए हम ऐसा भी बोल सकते हैं कि कंप्यूटर की गति इस बात पर भी निर्भर करती है कि कंप्यूटर के सीपीयू की क्षमता कितनी अधिक है तथा कंप्यूटर द्वारा उपयोग किए जा रहे RAM एक साथ कितना अधिक प्रोग्राम को अपने पास जमा करके रख सकता है। इसलिए उच्च क्षमता वाले कंप्यूटर में हाई स्पीड CPU तथा अधिक स्पेस वाले RAM का उपयोग किया जाता है।

Characteristics of Multiprogramming Operating System in Hindi

Characteristics of Multiprogramming Operating System in Hindi :- मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित रुप से है

  • इसके उपयोग से Single सीपीयू में multiple प्रोग्राम को निष्पादित किया जा सकता है।
  • मल्टीप्रोग्रामिंग सिस्टम में जब कोई प्रोग्राम किसी प्रकार की जानकारी या Input / Output हस्तांतरण की प्रतीक्षा कर रहा होता है, तब कोई दूसरा प्रोग्राम सीपीयू का उपयोग करता है।
  • इसमें एक प्रोग्राम से दूसरे प्रोग्राम तक cpu का कंट्रोल बहुत तेजी से बदलता है, इसमें बिल्कुल भी समय बर्बाद नहीं होता है।
  • इसमें कंप्यूटर के प्राइमरी मेमोरी या RAM (Random-access memory) में एक साथ बहुत सारे प्रोग्राम निष्पादन के लिए कतार में प्रतीक्षा कर रहे होते हैं जिससे कि एक के बाद दूसरा प्रोग्राम हमेशा ही सीपीयू के पास उपलब्ध होता है।
  • Multi-programming OS में सभी कामों को बहुत ही खूबसूरती से व्यवस्थित किया जाता है, जिससे कि कंप्यूटर के संसाधनों का बेहतर से बेहतर उपयोग किया जा सके।

Example of Multiprogramming Operating System in Hindi

वर्तमान समय में आप अपने कंप्यूटर में या मोबाइल फोन में जिस ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग कर रहे हैं, वह भी मल्टीप्रोग्रामिंग की तकनीक पर आधारित है, उदाहरण के लिए जब आप अपने कंप्यूटर में किसी वेब-ब्राउजर को खोलकर उसमें किसी वेबसाइट से जानकारी को प्राप्त करते हैं, उसी समय आप चाहें तो कोई video player की मदद से कोई फिल्म या गाना देखतें है। इसके साथ ही आप किसी अन्य प्रोग्राम का उपयोग भी कर सकते हैं, यह सभी काम एक साथ करना संभव इसलिए हो पाता है, क्योंकि आपके द्वारा उपयोग किया जाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम मल्टी प्रोग्रामिंग की तकनीक पर आधारित है।

कुछ प्रमुख Multi-programming ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम निम्नलिखित रुप से हैं

  • Android:- इसे Google कंपनी द्वारा 2008 में केवल मोबाइल और टेबलेट पर उपयोग के लिए बनाया गया था ।
  • Windows:- इसे Microsoft कंपनी द्वारा 1985 में बनाया गया था।
  • Linux:- इसे 1991 में Linus Torvalds द्वारा बनाया गया था, यह एक open source software है, अर्थात कोई भी इसका उपयोग बिल्कुल मुफ्त में कर सकता है।
  • Unix:- इसे 1971 में Bell Labs नाम की कंपनी द्वारा बनाया गया था।
  • Macintosh:- इसे 1984 में Apple नाम की कंपनी द्वारा बनाया गया था, इसका उपयोग मुख्य रूप से Apple के कंप्यूटरों में किया जाता है।

History of Multiprogramming Operating System in Hindi :- Multiprogramming OS को Edsger Wybe Dijkstra (एद्सर वाइब डीजकस्ट्रा) द्वारा नेतृत्व किए जा रहे कंप्यूटर इंजीनियर और वैज्ञानिकों की टीम द्वारा 1965-1968 में विकसित किया गया था।

Advantages of Multiprogramming OS in Hindi

  • यह सीपीयू का बहुत ही कुशलता से उपयोग करने में मदद करता है, जिससे सीपीयू का कोई भी थोड़ा भी समय बर्बाद नहीं होता है।
  • यह कंप्यूटर के सभी संसाधनों या Resources का बहुत ही अच्छे से उपयोग करने में मदद करता है।
  • इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम सभी कामों को बहुत ही खूबसूरती से प्रबंधित करता है, जिससे उपयोगकर्ता को बहुत ही अच्छा experience मिलता है।
  • इसके कारण उपयोगकर्ता द्वारा कंप्यूटर को दिए जाने वाले निर्देश के अनुसार निष्पादन प्रारंभ करके respond देने में बहुत कम समय लेता है।
  • इसके कारण कोई ऐसा प्रोग्राम जिसे पूरा करने में बहुत ही कम समय लगने वाला है, उसे किसी बड़े काम के लिए ज्यादा देर तक प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती है।

Disadvantages of Multiprogramming Operating System in Hindi

  • इस प्रकार के OS को डिजाइन करना और प्रोग्राम करना काफी जटिल काम होता है, क्योंकि इसमें विभिन्न प्रकार के संभावित परिस्थितियों को हैंडल करने के लिए काफी कठिन कोड लिखना पड़ता है।
  • उपयोगकर्ता द्वारा दिए जाने वाले सभी instruction या प्रोग्राम को एक साथ संभालना काफी मुश्किल काम होता है और अगर कंप्यूटर का हार्डवेयर कंफीग्रेशन अधिक सक्षम ना हो तो इससे सिस्टम हैंग हो सकता है, जिससे उपयोगकर्ता को आउटपुट के लिए और निश्चित समय तक प्रतीक्षा करना पड़ सकता है।
  • चूँकि इसमें छोटे काम जिन्हें निष्पादित करने में कम समय लगेगा उन्हें पूरा करने पर ज्यादा से ज्यादा जोड़ दिया जाता है, इसलिए बड़े कामों को पूरा करने में और अधिक समय लगता है।

Conclusion Multiprogramming OS in Hindi :- मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम के उपयोग से किसी कंप्यूटर के प्रोसेसर में एक साथ multiple प्रोग्राम को निष्पादित किया जा सकता है, इसमें कंप्यूटर के प्राइमरी मेमोरी में उपयोगकर्ता द्वारा दिए जाने वाले निर्देश, data और बहुत सारे प्रोग्रामों को एक साथ कतार में लगा दिया जाता है। तथा जैसे ही सीपीयू में निष्पादित हो रहा कोई प्रोग्राम किसी प्रकार के इनपुट/आउटपुट ऑपरेशन के लिए wait करने लगता है, तब CPU प्राइमरी मेमोरी से किसी दूसरे प्रोग्राम का निष्पादन प्रारंभ कर देता है।

मल्टीप्रोग्रामिंग के उपयोग से कंप्यूटर के सीपीयू और RAM का बेहतर से बेहतर उपयोग हो पाता है तथा सीपीयू को बिल्कुल भी खाली नहीं बैठना पड़ता जिससे इसका बिल्कुल भी समय बर्बाद नहीं होता है। यह उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए निर्देशों को जल्दी से जल्दी निष्पादित कर के उसे उपयुक्त आउटपुट प्रदान करने करने में सक्षम बनता है , वर्तमान समय में आप जितने भी ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग करते हैं उनमें से अधिकतर OS  में इसी तकनीक का उपयोग किया जाता है।

इस लेख में हमने मल्टीप्रोग्रामिंग OS के बारे में सरल हिंदी भाषा में चर्चा किया किया है। उम्मीद है की Multiprogramming OS in Hindi पर लिखा गया यह लेख आप को पसंद आया होगा। अगर आप मल्टीप्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।

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