Definition of Network Operating System in Hindi :- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम (NOS) विभिन्न कंप्यूटरों और उपकरणों को लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) के उपयोग से आपस में जोड़कर संचार व्यवस्था को स्थापित करने में मदद करता है।
नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम को इस प्रकार से डिज़ाइन किया गया है की ये विभिन्न प्रकार के नेटवर्किंग उपकरण जैसे कि Computer (कंप्यूटर), Server (सर्वर), Printer (प्रिंटर), Scanner (स्कैनर), Router (राउटर), Switch (स्विच), आदि के बीच जानकारियों का आदान-प्रदान करने में सहायता करता है।
किसी सामान्य ऑपरेटिंग सिस्टम की तुलना में Network operating systems में कई विशेष प्रकार के गुण होते हैं। किसी उपकरण को नेटवर्क से जोड़ा जा सके इसके लिए network interface controller जैसे हार्डवेयर डिवाइस की आवश्यकता होती है, इसके साथ ही इसमें कुछ विशेष प्रकार के सॉफ्टवेयर आवश्यकता होती है, जो नेटवर्क प्रोटोकॉल अर्थात नेटवर्क से जुड़ने से संबंधित विभिन्न प्रकार के नियमों को को परिभाषित करके गलतियों से बचाने में मदद करता है। लेकिन यह सभी गुण किसी OS के मूल संरचना में कोई परिवर्तन नहीं करता बल्कि केवल उसके क्षमताओं को बढ़ता है।
Features of Network Operating System in Hindi
Features of Network Operating System in Hindi :- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित रुप से हैं :-
- विभिन्न प्रकार के उपकरण आपस में बिना किसी समस्या के जानकारियों का आदान-प्रदान कर सके इसके लिए कुछ दिशा निर्देश तथा नियम बनाए गए हैं, उदाहरण के लिए OSI Model तथा इसके विभिन्न परतों द्वारा पालन किए जाने वाले नेटवर्क प्रोटोकोल को भी इसी उद्देश्य से बनाया गया है। नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम OSI Model के इन सभी प्रोटोकॉल्स का पूर्ण समर्थन करते हैं।
- कोई भी उपकरण जब किसी नेटवर्क से जुड़ता है, तो उस पर हैकिंग और वायरस जैसे कई प्रकार के अटैक होने का खतरा भी पैदा हो जाता है। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम विभिन्न प्रकार के सुरक्षा संबंधी सुविधा भी प्रदान करता है। जैसे कि authentication, logon restrictions और access control अदि।
- ये directory service (निर्देशिका सेवा) या name service (नाम सेवा) की सुविधा प्रदान करती है, जिसके उपयोग से किसी भी नेटवर्क के संसाधन जैसे की कोई कंप्यूटर, प्रिंटर अदि के नाम को उसके एड्रेस से मिलाया जाता है।
- यह Internetworking (इंटर-नेटवर्किंग) की सुविधा प्रदान करता है, जिसके कारण कोई उपकरण किसी मध्यम जैसे की राउटर या गेटवे का उपयोग करके भी अन्य उपकरणों से जुड़ सकता है।
- यह Routing (राउटिंग) में मदद करता है, अर्थात किसी डिवाइस द्वारा भेजे गए थे data या फ़ाइल को उसके गंतव्य तक पहुंचने के लिए रास्ता निर्धारित करने में मदद करता है।
- ये User management और system management से संबंधित विभिन्न प्रकार की सुविधाएं प्रदान करता है जैसे कि remote access, administration, Backup, web services और auditing tools आदि।
Example of Network Operating System in Hindi
Example of Network Operating System in Hindi :- जैसा कि आप सभी जानते हैं वर्तमान समय में इंटरनेट लोगों की मूलभूत आवश्यकता में से एक बन चुका है, हम अपने अधिकांश काम इंटरनेट के उपयोग से करते हैं और इंटरनेट भी एक प्रकार का नेटवर्क ही है। अर्थात किसी उपकरण को इंटरनेट या नेटवर्क से जोड़ने के लिए यह बहुत आवश्यक है की वह उपकरण नेटवर्किंग सिस्टम का सपोर्ट करता हो।
लोगों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए वर्तमान समय में जितने भी ऑपरेटिंग सिस्टम बनाए जाते हैं, जैसे कि windows (विंडोज़), linux (लिनक्स), macintosh (मैकिंटोश), android (एंड्रॉइड) अदि इन सभी में नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के गुणों को भी जोड़ा जाता है। लेकिन 1980-1990 के दशक में ऐसा नहीं होता था मतलब कि उस समय नेटवर्किंग का समर्थन करने के लिए विशेष रूप से OS बनाए जाते थे। उनके कुछ उदाहरण निम्नलिखित रुप से है :-
- Artisoft LANtastic :- यह एक लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) ऑपरेटिंग सिस्टम है, जोकि windows और disk operating system के साथ काम करता है। इसे 1992 में artisoft नाम की कंपनी द्वारा बनाया गया था।
- Banyan VINES :- यह network operating system है जिसे मुख्य रूप से UNIX OS के लिए बनाया गया था। इसे 1984 में Banyan Systems नाम की कंपनी द्वारा बनाया गया था।
- Novell NetWare- यह DOS और Windows के लिए डिज़ाइन किया गया नेटवर्क OS है। इसे मुख्य रूप से inter-networking (इंटरनेटवर्किंग) के लिए 1983 में Novell कंपनी द्वारा बनाया गया था।
- Microsoft LAN Manager- यह 1990 में IBM और Microsoft द्वारा बनाया गया OS है, यह local area network पर संचार की प्रक्रिया में मदद करता है।
Type of Network Operating System in Hindi
- Peer-to-peer network operating systems (पीयर-टू-पीयर नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम) :- इसके उपयोग से विभिन्न प्रकार के हार्डवेयर संसाधन तथा डाटा को नेटवर्क से जुड़े हुए उपकरणों के बीच साझा कर सकते हैं। इसमें नेटवर्क से जुड़े हुए सभी उपकरणों के साथ समान रूप से व्यवहार किया जाता है, तथा कोई भी सामान्य ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज या एंड्रॉयड इसका एक उदाहरण है।
- Advantages of Peer-to-peer Network Operating System in Hindi :-
- इसके लिए बहुत कम हार्डवेयर की आवश्यकता होती है।
- इसमें जानकारियों के लिए किसी विषेस कंप्यूटर पर निर्भर होने की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि सभी कंप्यूटर जानकारियों को साझा करते हैं।
- वर्तमान समय में बढ़ते इंटरनेट के मांग के कारण लगभग सभी सामान्य ऑपरेटिंग सिस्टम में इसका उपयोग किया जाता है।
- Disadvantages of Peer-to-peer Network Operating System in Hindi :-
- इसे प्रबंधित करना काफी मुश्किल है क्योंकि इनके कंप्यूटरों में कोई centralized (केंद्रीकृत) कंट्रोल नहीं होता है।
- चूँकि इसमें जानकारियां एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर तक जाती थी, इसलिए अगर एक कंप्यूटर में वायरस आ जाए तो अन्य सभी computer इससे प्रभावित हो सकता है।
- Client/server network operating systems (क्लाइंट / सर्वर नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम):- इसमें server एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर होता है, जिसमें विभिन्न प्रकार की जानकारियां तथा डेटाबेस हो सकता है। यह सर्वर अपने से जुड़ा हुआ सभी क्लाइंट को विभिन्न प्रकार की सेवाएं तथा जानकारियां उपलब्ध करवाने के लिए जिम्मेदार होता है। आप अपनी वेब ब्राउज़र पर किसी वेबसाइट को खोलते हैं, तब आप वेब सर्वर से उस वेबसाइट से संबंधित जानकारियों को प्राप्त कर रहे होते यह भी क्लाइंट / सर्वर नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम का एक उदाहरण है।
- Advantages of Client/server Network Operating System in Hindi :-
- इसमें नेटवर्क से किसी नए उपकरण को जोड़ना या पुराने को निकालना बहुत आसान होता है।
- यह पूरी तरह से केंद्रीकृत प्रणाली है इसे प्रबंधित करना बहुत आसान होता है।
- इससे अधिक सुरक्षित प्रणाली माना जाता है।
- Disadvantages of Client/server Network Operating System in Hindi :-
- इसे setup करना महंगा होता है, क्योंकि सर्वर पर किसी प्रकार का कंप्यूटर है जिसमे उपयोग होने वाला हार्डवेयर काफ़ी महंगा होता है।
- यहाँ सभी कंप्यूटर सर्वर पर निर्भर होते हैं अगर किसी समय सर्वर क्रैश हो जाता है तो सभी कंप्यूटर प्रभावित होते हो सकते हैं।
Conclusion :- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम में एक विषेस प्रकार का OS है, जो कंप्यूटरों को नेटवर्क से जोड़ने तथा सभी उपकारणों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान करने में सहायता करता है। हालांकि वर्तमान समय में बढ़ते इंटरनेट तथा नेटवर्किंग के मांग को देखते हुए लगभग सभी ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे कि Windows, Linux, macOS, android, iOS आदि में नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम के गुणों को जोड़ा जाता है।
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