Definition of Network Topology in Hindi:- विभिन्न प्रकार के उपकरणों (Devices) जैसे कि computer, printer, scanners तथा अन्य नेटवर्किंग उपकरण जैसे कि Hub, Switch, Router को नेटवर्क के माध्यम से जोड़ने के लिए जिस संरचना (structure) का उपयोग किया जाता है, उसे नेटवर्क टोपोलॉजी कहते हैं।
जब विभिन्न उपकरणों को जानकारी, डेटा और संसाधन को आपस में साझा करने के उद्देश्य से जोड़ा जाता है तो उन्हें Networking कहते है और नेटवर्किंग के लिए विभिन्न उपकरणों (Devices) को आपस में जोड़ने पर जो आकृति या पैटर्न प्राप्त होती है उसे ही नेटवर्क टोपोलॉजी कहते हैं।
Network Topology का मुख्य उद्देश्य यह होता है कि सभी उपकरणों को इस प्रकार से सजाया जाए की इनके संचालन और रखरखाव में कम से कम खर्च हो और इनके उपयोग से अच्छा से अच्छा performance या प्रदर्शन प्राप्त किया जा सके।
Importance of Network Topology in Hindi
Importance of Network Topology in Hindi (नेटवर्क टोपोलॉजी का महत्व) :-
- यह नेटवर्क के performance या प्रदर्शन को बढ़ने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह नेटवर्क के संचालन और रखरखाव में लगने वाले लागत को कम करने में मदद करता है ।
- यह पुरे Networking की प्रक्रिया में लगने वाले लागत को कम करता है, क्योंकि यह कम केबल और समय के उपयोग से सभी उपकरणों को जोड़ने की strategy बताता है।
- नेटवर्क टोपोलॉजी से नेटवर्क में फाइल और जानकारियों के प्रवाह की गति पर भी प्रभाव पड़ता है।
- नेटवर्किंग में कई networking devices जैसे की Hub, Switch, Router, bridge, modem आदि की आवश्यकता होती है। लेकिन इन सभी उपकरणों में से किस-किस उपकरण का उपयोग किसी विशेष नेटवर्क में करना है, इसका चुनाव Network Topology के आधार पर किया जाता है।
- नेटवर्किंग के लिए विभिन्न प्रकार के केबल या Wire उपलब्ध है जैसे कि Coaxial cable, twisted pair cable, optical fibre cable आदि लेकिन इन सभी में से किसी विशेष नेटवर्क में किस cable का उपयोग करना चाहिए इसका चुनाव भी नेटवर्क टोपोलॉजी के आधार पर किया जाता है।
- इसके उपयोग से त्रुटियों या गलतीयों का पता लगाकर उन्हें ठीक करना आसान हो जाता है।
- इसके कारण नेटवर्क में कोई बदलाव करना या उसे update करना बहुत आसान हो जाता है।
Types of Network Topology in Hindi
Types of Network Topology in Hindi :- नेटवर्क टोपोलॉजी मुख्य रूप से पांच प्रकार के होते है :-
- Mesh Topology (मेष टोपोलॉजी) :- मेष टोपोलॉजी में सभी मशीन एक दूसरे से मशीन का एक दूसरे से direct (सीधे) जुड़े हुआ होते हैं। उदाहरण के लिए अगर किसी नेटवर्क में 5 मशीन है, तो सभी मशीन स्वयं को छोड़कर बाकी के 4 मशीनों से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ होगा।
- Advantages of Mesh topology
- डेटा ट्रैफ़िक समस्या नहीं होती है क्योंकि दो devices के बीच एक direct link होता है।
- इसमें एक केवल या मशीन के खराब होने पर यह यह नेटवर्क के अन्य भाग को प्रभावित नहीं करता है।
- इससे अधिक सुरक्षित माना जाता है क्योंकि एक कंप्यूटर द्वारा भेजे गए जानकारी सीधे दूसरे कंप्यूटर तक पहुंचती है इन दोनों के बीच कोई तीसरा नहीं आता है।
- Disadvantages of Mesh topology
- इसमें अन्य सभी टोपोलॉजी की तुलना में अधिक केवल या तार की आवश्यकता होती है अर्थात यह अधिक महंगा है।
- इसको Install करने में अधिक समय खर्च होता है।
- Star Topology (स्टार टोपोलॉजी) :- इसमें सभी मशीन (कंप्यूटर, प्रिंटर आदि) hub नाम के नेटवर्किंग डिवाइस से जुड़ा हुआ होता है। अगर किसी भी मशीन को कोई मैसेज जैसे की डेटा या फाइल किसी दूसरे कंप्यूटर को भेजना हो तो वह पहले hub को मैसेज भेजता है उसके बाद hub उस कंप्यूटर को आवश्यक जानकारी पहुंचा देता है।
- Advantages of Star topology
- इसे install करना बहुत आसान है और इसमें बहुत कम समय लगता है।
- यह कम खर्चीला क्योंकि इसमें कम केबल या तार की आवश्यकता होती है।
- अगर एक मशीन या केबल खराब हो जाए तो इसका प्रभाव पूरे नेटवर्क पर नहीं होता है।
- इसमें गलतियों को ढूंढना तथा उसे ठीक करना बहुत आसान होता है।
- Disadvantages of Star topology
- अगर Hub खराब हो जाए तो पूरा नेटवर्क सिस्टम खराब हो जाता है।
- इसमें सुरक्षा का खतरा बना रहता है क्योंकि अगर किसी ने Hub को Hack कर लिया तो सभी कंप्यूटर के Message को Hack कर सकता है।
- Bus Topology (बस टोपोलॉजी) :- इसमें एक मुख्य केबल लाइन के उपयोग से सभी मशीनों को जोड़ा जाता है। बस टोपोलॉजी को अक्सर लाइन टोपोलॉजी भी कहा जाता है।
- Advantages of bus topology
- इसे इंस्टॉल करना बहुत आसान है क्योंकि एक केबल के उपयोग से सभी उपकरणों को जोड़ा जा सकता है।
- यह बहुत ही सस्ता है क्योंकि बहुत कम केबल तार की आवश्यकता होती है।
- इसे समझना बहुत आसान है।
- इसे आवश्यकतानुसार Upgrade करना या नए मशीनों को इसमें जोड़ना बहुत आसान है।
- Disadvantages of Bus Topology
- इसमें गलतियों को ढूंढना बहुत मुश्किल हो जाता है।
- अगर केवल में कोई खराबी हो जाए किसी भाग में कोई खराबी हो जाए या कोई एक मशीन खराब हो जाए तो पूरा नेटवर्क सिस्टम खराब हो जाता।
- जैसे-जैसे नेटवर्क में मशीनों की संख्या बढ़ते जाती है वैसे-वैसे data प्रवाह की गति कम होते जाती है अर्थात अगर मशीनों अधिक मशीनों को आपस में जोड़ना हो तो इस टोपोलॉजी का उपयोग नहीं किया जा सकता।
- Ring Topology (रिंग टोपोलॉजी) :- यह नेटवर्क टोपोलॉजी एक रिंग के आकर का होता है। इसमें सभी कंप्यूटर गोलाकार तरीके से आपस में जुड़े होते हैं।
- Advantages of Ring Topology
- इसे इंस्टॉल करना बहुत आसान होता है।
- इसमें नए मशीनों को जोड़ना या किसी मशीन को हटाना बहुत आसान होता है।
- Disadvantages of Ring Topology
- अगर केबल का एक भाग खराब हो जाए या कोई एक मशीन खराब हो जाए तो पूरा नेटवर्क खराब हो सकता हो जाता है।
- इसमें data के प्रवाह की गति धीमी होती है क्योंकि data रिंग में घूमता है।
- Tree Topology (ट्री टोपोलॉजी) :- यह बस टोपोलॉजी और स्टार टोपोलॉजी के संयोग से बना होता है। इसकी संरचना पेड़ की शाखाओं की तरह होते हैं इसलिए इसे ट्री टोपोलॉजी कहते है।
- Advantages of Tree Topology
- इसे आसानी से install किया जा सकता है और भविष्य में जरुरत पड़ने पर बड़ी आसानी से इसमें नए node जोड़कर इसे बड़ा किया जा सकता है।
- इसमें गलतियों को ढूढ़ने एवं उन्हें ठीक करने की प्रक्रिया काफ़ी सरल है।
- अगर कोई एक नोड क्षतिग्रस्त हो जाये तो यह अन्य नोड को प्रभावित नहीं करता है।
- Disadvantages of Tree Topology
- इसके लिए बहुत अधिक केबल की जरुरत होती है।
- चूँकि सभी नोड एक मुख्य केबल से जुड़ा होता है इसी कारण अगर मुख्य नोड में कोई समस्या आ जाये तो यह पुरे टोपोलॉजी की कार्य प्रणाली को रोक देता है।
- Point-to-Point Topology (पॉइंट-टू-पॉइंट):- जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है इसमें बिभिन्न उपकरणों को एक दूसरे उपकरण के साथ सीधे जोड़ा जाता है।
- Advantages of Point-to-Point Topology:-
- इसमें सभी उपकरणों को काफ़ी आसानी से जोड़ा जा सकता है।
- इसमें बहुत कम केबल की आवश्यकता होती है और विल्कुल भी केबल बर्बाद नहीं होता।
- इसे इनस्टॉल करने में बहुत ही कम पैसों की आवश्यकता होती है और इसे आसानी से संभाला जा सकता है।
- Disadvantages of Point-to-Point Topology:-
- इस टोपोलॉजी का उपयोग केवल छोटे जगह पर किया जा सकता है जहाँ सभी नोड्स एक दूसरे के आसपास इकठे हो।
- पूरा नेटवर्क एक दूसरे पर निर्भर होता है अगर एक भी नोड्स ख़राब हो जाये तो पूरा network रुक जायेगा।
- Hybrid Topology (हाइब्रिड टोपोलॉजी) :- इसे दो या दो से अधिक अलग-अलग नेटवर्क टोपोलॉजी को मिलाकर बनाया जाता है मतलब कि इसका एक भाग अलग टोपोलॉजी से बना होता है और दूसरा भाग अलग टोपोलॉजी से बना होता है। उदाहरण के लिए बस और मेष टोपोलॉजी को मिलाकर है हाइब्रिड टोपोलॉजी बनाया जा सकता है।
- Advantages of Hybrid topology:-
- इसमें हम अपने आवश्यकताओं के अनुसार एक से अधिक network topology का चुनाव कर सकते हैं।
- जब मशीनों की संख्या अधिक हो तो यह अन्य सभी नेटवर्क टोपोलॉजी के तुलना में अधिक कारगर है।
- Disadvantages of Hybrid topology:-
- इसे इंस्टॉल करना एक कठिन प्रक्रिया है, जिसमे बहुत अधिक समय लगता है।
- इसमें गलतियों का पता लगाना काफी मुश्किल हो जाता है क्योंकि इसकी संरचना बहुत ही जटिल होती है।
- इसका डिजाइन जटिल होता है इसलिए रखरखाव महंगा होता है।
Conclusion on Network topology in Hindi :- नेटवर्क टोपोलॉजी का उपयोग मुख्य रूप से local area network (लोकल एरिया नेटवर्क) में विभिन्न उपकरणों को आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है। नेटवर्क इंजीनियर द्वारा किसी नेटवर्क टोपोलॉजी का चुनाव करने से पहले विभिन्न आवश्यकताओं का अवलोकन करता है उसके बाद यह चुनाव करता है की कम से कम खर्च और समय में बेहतर प्रदर्शन को कैसे प्राप्त किया जाये। नेटवर्क टोपोलॉजी के आधार पर ही केबल लाइन तथा नेटवर्किंग उपकरणों का चुनाव भी किया जाता है।
इस लेख में हमने नेटवर्क टोपोलॉजी को सरल हिंदी भाषा में समझने का प्रयास किया है। उम्मीद है कि Network topology in Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप नेटवर्क टोपोलॉजी पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।
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