Semiconductor memory को semiconductor materials ( अर्धचालक पदार्थ ) जैसे की silicon ( सिलिकॉन ) के उपयोग से बनाया जाता है इसीलिए इसे सेमीकंडक्टर मेमोरी के नाम से जाना जाता है।
Definition of Semiconductor Memory in Hindi :- सेमीकंडक्टर मेमोरी एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जिसका उपयोग डिजिटल जानकारीयों के भंडारण (storage) के लिए किया जाता है।
हम सभी अपने रोजमर्रा की जिंदगी में जितने भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे की Television, Computer, Mobiles Phones आदि का उपयोग करते हैं इन सभी में डिजिटल जानकारीयों को संग्रहित करने के लिए जिस integrated circuit / IC (इंटीग्रेटेड सर्किट) या मेमोरी चिप का उपयोग किया जाता है, वह सभी सेमीकंडक्टर मेमोरी का ही एक रूप है।
Example of Semiconductor Memory in Hindi:- ROM, RAM, Flash memory, EPROM, EEPROM, DRAM, SRAM, SDRAM ये सभी सेमीकंडक्टर मेमोरी के उदाहरण है। आमतौर पर सेमीकंडक्टर मेमोरी कंप्यूटर के Motherboard (मदरबोर्ड) में जुड़ा होता है, और इसका उपयोग कंप्यूटर के Primary Memory ( प्राइमरी मेमोरी ) के रूप में होता है क्योंकि सेमीकंडक्टर मेमोरी की गति बहुत अच्छी होती है। इसका मतलब यह है कि इसमें ,नए data को बहुत तेजी से जमा किया जा सकता है या पहले से जमा data को बहुत तेजी से पुनः प्राप्त करके कंप्यूटर के Microprocessor ( माइक्रो प्रोसेसर ) तक पहुंचाया जा सकता है।
History of Semiconductor Memory in Hindi :-
- सेमीकंडक्टर मेमोरी को पहली बार Texas Instruments ( टेक्सास इंस्ट्रूमेंट्स ) द्वारा 1961 में United States of America (USA) के वायु सेना के लिए बनाया गया था। इसके बाद IBM कंपनी ने 1965 में पहली बार साधारण उपकरण में उपयोग करने के लिए सेमीकंडक्टर मेमोरी बनाया। लेकिन यह उत्पाद उस समय ज्यादा सफल नहीं हो पाया था क्योंकि इसका आकार बहुत बड़ा था और यह महंगा भी था। धीरे-धीरे इसके डिज़ाइन में कई परिवर्तन किये गये और 1970 तक कंप्यूटर में प्राइमरी मेमोरी के रूप में इसका उपयोग होने लगा।
Type of Semiconductor Memory in Hindi
Different Type of Semiconductor Memory in Hindi :-
- RAM ( Random Access Memory / रैंडम एक्सेस मेमोरी ) :- RAM किसी कंप्यूटर के सबसे महत्वपूर्ण डेटा स्टोरेज स्पेस है। इसमें ऐसे जानकारीयों को अस्थायी रूप से संग्रहीत किये जाता है जिनकी आवश्यकता Processor को निकट भविष्य में होने वाली है। यह एक Read/write मेमोरी है इसका मतलब यह है कि इसका उपयोग जानकारियों को मेमोरी में जमा करने के लिए और जमा किये गए जानकारियों को पढ़ने के लिए भी किया जा सकता है।RAM एक volatile memory है, इसका मतलब है कि जब तक बिजली चालू रहती है तब तक RAM में लिखी गई जानकारी बनी रहती है, जैसे ही बिजली बंद होता है सभी जानकारी ग़ायब हो जाता है।
- ROM ( Read Only Memory / रीड ओनली मेमरी ) :- ROM एक non-volatile memory है मतलब की इसमें बिजली बंद होने पर भी सहेजे गए डेटा को रखने की क्षमता होती है। रीड-ओनली मेमोरी का उपयोग ऐसे जानकारियों या Program को संग्रहीत करने के लिए किया जाता है जिनकी आवश्यकता कंप्यूटर को Start करने के लिए होती है। आमतौर पर ROM में आवश्यक प्रोग्राम और डेटा कंप्यूटर के निर्माता द्वारा डाला जाता है और ROM के पूरे जीवन काल में इस जानकारी को कभी परिवर्तित करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
- Flash memory (फ्लैश मेमोरी) :- ये भी नॉन-वोलेटाइल मेमोरी है, जिसका उपयोग मेमोरी कार्ड और यूएसबी ड्राइव या पेन ड्राइव जैसे portable (पोर्टेबल ) memory device में होता है। क्योंकि इलेक्ट्रिक पावर न होने के बाद भी इसमें जमा किया गया data सुरक्षित रहता है और इसे बहुत आसानी से किसी भी परिस्थिति में एक जगह से दूसरे जगह तक ले जाया जा सकता है। इसकी मुख्य विशेषता यह है इसमें काफी तेजी से data को ट्रांसफर किया जा सकता है और इसका उपयोग उच्च मात्रा में डेटा भंडारण के लिए भी किया जा सकता है।
Advantages and Disadvantages of Semiconductor Memory in Hindi
Advantages of Semiconductor Memory in Hindi :-
- सेमीकंडक्टर मेमोरी का उत्पादन बहुत ही कम खर्चे में किया जा सकता है, इसका मुख्य कारण यह है कि इसे बहुत अधिक मात्रा में पाए जाने वाले सिलिकॉन नाम के सस्ते पदार्थ के उपयोग से बनाया जाता है।
- इसके उपयोग से बहुत कम बिजली की खपत होती है।
- सेमीकंडक्टर मेमोरी की क्षमता भी बहुत अधिक होती है छोटे आकार के मेमोरी में भी बहुत ज्यादा मात्रा में डाटा को जमा किया जा सकता है।
- इसमें data को जमा करने या पहले से जमा data को पुनः-प्राप्त करने के काम को बहुत तेजी से किया जा सकता है। इसलिए लगभग सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे की टीवी, कंप्यूटर, माइक्रोवेव ओवन में इसका उपयोग किया जाता है।
- यह जल्दी खराब नहीं होता है ।
- स्विच ऑन करते ही Semiconductor devices का उपयोग किया जा सकता है, इसके उपयोग के लिए प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ती है।
Disadvantages of Semiconductor Memory in Hindi :-
- सेमीकंडक्टर डिवाइस तापमान के प्रति संवेदनशील होते हैं लगभग 50 डिग्री सेल्सियस से ज़्यदा के तापमान में ओवर-हीटिंग के कारन सेमीकंडक्टर डिवाइस को नुकसान हो सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि semiconductor material उच्च तापमान को झेलने में असमर्थ होता है।
- हालाँकि सेमीकंडक्टर मेमोरी जल्दी ख़राब नहीं होता लेकिन अगर एक बार ख़राब हो जाये तो उसे ठीक करके दुबारा चलने योग्य बनाना बहुत मुश्किल होता है और इसे repair करने की प्रक्रिया में जितना समय और पैसा लगता है उतने में नया मेमोरी उपकरण ख़रीदा जा सकता है।
Summery on Semiconductor Memory in Hindi:- इस लेख में हमने कंप्यूटर आर्किटेक्चर में सेमीकंडक्टर मेमोरी को सरल हिंदी भाषा में समझाने का प्रयास किया है। सेमीकंडक्टर मेमोरी किसी भी कंप्यूटर में के साथ लगाया जाने वाला डेटा स्टोरेज डिवाइस है जिसके उपयोग से इलेक्ट्रॉनिक सूचनाओं को संग्रहित किया जा सकता है। सेमीकंडक्टर मेमोरी के कुछ प्रमुख उदाहरण RAM (रैंडम एक्सैस मैमोरी), ROM (रीड ओनली मेमरी), Flash memory (फ्लैश मेमोरी) आदि है।
सेमीकंडक्टर मेमोरी को semiconductor materials का उपयोग कर के बनाया जाता है इसी कारण इसके नाम में सेमीकंडक्टर शब्द का उपयोग किया गया है। इसमें जानकारियों को मेटल-ऑक्साइड-सेमीकंडक्टर (MOS) का उपयोग कर के बनाये गए मेमोरी सेल्स के अंदर जमा करता है। यह काफ़ी तेज़ी से काम करने वाला मेमोरी होता है, इसी कारण प्राइमरी मेमोरी के रूप में इसका उपयोग किया जाता है क्योंकि प्राइमरी मेमोरी की गति CPU (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट) के निष्पादन की गति से सम्बंधित होती है। आमतौर पर इसके मदद से निर्मित मेमोरी उपकरण थोड़ा महँगा होता है।
उम्मीद है कि Semiconductor Memory in Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप सेमीकंडक्टर मेमोरी पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।
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