ऑपरेटिंग सिस्टम के सिस्टम कॉल को समझने से पहले kernel mode (कर्नेल मोड) और user mode (यूज़र मोड) को समझ लेना बहुत आवश्यक है। किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम में कुल 2 मोड होते हैं, ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा किए जाने वाला प्रत्येक कार्य इन दोनों मोड में से किसी एक पर हो रहा होता है।
- कर्नेल मोड:- किसी ऑपरेटिंग सिस्टम में कर्नेल मोड विशेषाधिकार प्राप्त और शक्तिशाली मोड होता है, जो की कंप्यूटर सिस्टम के किसी भी हार्डवेयर संसाधन या मेमोरी में जमा जानकारियों को एक्सेस कर सकता है। आमतौर पर कर्नल मोड के द्वारा ऑपरेटिंग सिस्टम के सबसे महत्वपूर्ण प्रोग्राम और डिवाइस ड्राइवर आदि को निष्पादित किया जाता है और अगर कर्नल मोड में कोई प्रोग्राम क्रैश कर जाता है तो इसका प्रभाव पूरे ऑपरेटिंग सिस्टम पर पड़ सकता है जिससे पूरा कंप्यूटर बंद हो सकता है।
- यूज़र मोड:- यूज़र मोड में निष्पादित होने वाले प्रोग्राम पूरे सिस्टम के हार्डवेयर संसाधन तथा मेमोरी में जमा सभी डेटा को सीधे तौर पर एक्सेस नहीं कर सकता है। अगर कोई प्रोग्राम यूज़र मूड में क्रैश कर जाता है, इसका प्रभाव हुए ऑपरेटिंग सिस्टम पर नहीं पड़ता है। आमतौर पर यूजर मोड में सामान्य प्रोग्राम तथा उपयोगकर्ता द्वारा दिए जाने वाले निर्देशों का निष्पादन किया जाता है।
System Call in Operating System in Hindi
System Call in Operating System in Hindi :- सिस्टम कॉल एक मैकेनिज्म है, जो ऑपरेटिंग सिस्टम के यूज़र मोड और कर्नेल मोड के बीच एक इंटरफ़ेस प्रदान करता है, अर्थात अगर साधारण शब्दों में कहें तो जब कोई प्रोग्राम कंप्यूटर के यूजर मोड में निष्पादित हो रहा होता है तो उसे मेमोरी में जमा कोई डाटा या किसी हार्डवेयर उपकरण का उपयोग करने के लिए कर्नल के अनुमति की आवश्यकता होती है। इसलिए ऑपरेटिंग सिस्टम में सिस्टम कॉल की आवश्यकता होती है, जोकि यूज़र मोड में निष्पादित हो रहे प्रोग्राम और कर्नल के बीच एक इंटरफ़ेस प्रदान करता है।
जब कोई प्रोग्राम सिस्टम कॉल करता है, तो वह यूज़र मोड से बदलकर कर्नेल मोड पर चला जाता है इस प्रक्रिया को context switch ( कॉन्टेस्ट स्विच ) कहा जाता है। उसके बाद कर्नेल प्रोग्राम को आवश्यक संसाधन प्रदान करता है और प्रोग्राम दुबारा कर्नेल मोड से यूजर मोड में चला आता है।
Services Provided by System Calls in Hindi
Services Provided by System Calls in Hindi :- सिस्टम कॉल के द्वारा प्रोग्राम को निम्नलिखित प्रकार की सेवाएं प्रदान की जाती है
- सिस्टम कॉल किसी प्रोग्राम के निष्पादन को प्रारंभ करने तथा उन्हें प्रबंधित करने में मदद करता है।
- यह कंप्यूटर के मेन मेमोरी जिसे random access memory (रेंडम एक्सेस मेमोरी) या RAM कहते हैं, उसमें जमा जानकारियों को प्रबंधित करने में मदद करता है।
- यह फाइलों तथा डायरेक्टरी को एक्सेस करने तथा उन्हें प्रबंधित करने में मदद करता है।
- सिस्टम कॉल हार्डवेयर उपकरण तथा इनपुट / आउटपुट डिवाइस को हैंडल करने में मदद करता है।
- नेटवर्किंग के माध्यम से विभिन्न कंप्यूटरों के बीच जानकारियों का आदान प्रदान करने में भी सिस्टम कॉल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।
Type of System Calls in Hindi
Type of System Calls in Hindi :- सिस्टम कॉल मुख्य रूप से पांच प्रकार के होते हैं
- Process Control (प्रोसेस कंट्रोल):- जब कोई प्रोग्राम निष्पादन की अवस्था में होता है तो उसे प्रोसेस कहते हैं, अर्थात जब कोई प्रोग्राम कंप्यूटर के सीपीयू में निष्पादित हो रहा होता है तो उसे प्रोसेस कहते है। प्रोसेस कंट्रोल सिस्टम कॉल के द्वारा किसी नए प्रोसेस का निर्माण तथा किसी प्रोसेस के समाप्ति से संबंधित प्रक्रियाओं को पूरा किया जाता है।
- File Management (फाइल मैनेजमेंट):- इस प्रकार के सिस्टम कॉल का उपयोग फाइलों को एक्सेस करने, उन्हें एडिट करने, अपडेट करने तथा डिलीट करने से संबंधित कार्यों के लिए किया जाता है।
- Device Management (डिवाइस मैनेजमेंट):- इन सिस्टम कॉल का उपयोग विभिन्न हार्डवेयर उपकरणों जैसे कि इनपुट या आउटपुट उपकरण, प्रिंटर, स्कैनर आदि के साथ काम करने के लिए किया जाता है।
- Information Maintenance (इनफार्मेशन मेंटेनेंस):- यह सिस्टम कॉल यूजर द्वारा दिए जाने वाले निर्देशों या प्रोग्रामों तथा ऑपरेटिंग सिस्टम के बीच जानकारियों के हस्तांतरण को संभालता है।
- Communication (कम्युनिकेशन):- यह सिस्टम कॉल विभिन्न उपकरणों के बीच जानकारियों का आदान प्रदान करके संचार व्यवस्था स्थापित करने में मदद करता है।
Conclusion System Calls in Hindi:- सिस्टम कॉल का उपयोग कंप्यूटर के सीपीयू में निष्पादित हो रहे प्रोग्राम के द्वारा यूज़र मोड से कर्नल मोड में स्विच करने के लिए किया जाता है। किसी प्रोग्राम द्वारा मेमोरी में जमा जानकारियों को एक्सेस करने के लिए तथा इनपुट-आउटपुट ऑपरेशन को पूरा करने के लिए विभिन्न हार्डवेयर उपकरणों तक पहुंचने की अनुमति चाहिए होता है। लेकिन यूज़र मोड में निष्पादित हो रहा प्रोग्राम इन कामों को करने के लिए सिस्टम कॉल का उपयोग करके यूजर मोड से कर्नल मोड में स्विच करता है और उसके बाद अपने निष्पादन की प्रक्रिया को पूरा करता है।
सिस्टम कॉल मुख्य रूप से पांच प्रकार के होते हैं, जो किसी प्रोग्राम के निष्पादन को प्रारंभ करने से लेकर उसके निष्पादन को पूरा करवाने तक विभिन्न प्रकार से सहायता करते हैं।
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