Definition of Transmission Impairments in Hindi :- किसी भी communication system (संचार प्रणाली) में जब कोई analog और digital signals ट्रांसमिशन मीडिया के माध्यम से यात्रा करते हैं तो उसके गुणवत्ता में कुछ न कुछ कमी जरूर आती है। इसलिए Sender द्वारा भेजे जाने वाला सिग्नल कभी भी receiver द्वारा प्राप्त किए हुए सिग्नल के समान नहीं होता है, सिग्नल के गुणवत्ता में आने वाले इस कमी का मुख्य कारण ट्रांसमिशन इम्पेयरमेंट्स होता है।
Transmission Impairment शब्द का हिंदी में मतलब होता है – संचरण हानि या हस्तांतरण हानि। यह विभिन्न अवरोधों के कारण जानकारियों के रूप में प्रवाहित होने वाले सिग्नल के क्षमता या गुणवत्ता में होने वाले गिरावट से संबंधित है।
चाहे सिग्नल wired ट्रांसमिशन मीडिया (transmission media) जैसे कि cable (केबल ) या wire (तार) के माध्यम से यात्रा करें या वह Wireless ट्रांसमिशन मीडिया जैसे कि WiFi, Radio आदि की तरह यात्रा करें। लेकिन इन दोनों ही माध्यम में विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक या अप्राकृतिक अवरोध मौजूद रहते हैं जो सिग्नल के प्रवाह में बाधा डालते हैं इसी कारण Signals जैसे-जैसे आगे बढ़ते जाता है वैसे-वैसे उसकी गुणवत्ता में परिवर्तन की होते रहता है। सिग्नल में आने-वाले इन बदलाव या खराबी को Transmission Impairments कहते हैं।
Causes of Transmission Impairments in Hindi
Causes of impairment in Hindi :- ट्रांसमिशन इम्पेयरमेंट्स के मुख्य कारण निम्नलिखित रूप है:-
- Attenuation ( क्षीणन ):- यहां attenuation का मतलब है – ऊर्जा की हानि। जब भी कोई सिग्नल किसी कम्युनिकेशन मीडियम के उपयोग से आगे बढ़ता है तो बढ़ती दूरी के साथ मार्ग में आने वाले प्रतिरोधों के कारण उसकी ऊर्जा कम होते जाती है, इससे ही Attenuation के नाम से जाना जाता है। कोई भी signal एक स्थान से दूसरे स्थान तक electromagnetic current (विद्युत चुम्बकीय धारा) के रूप में प्रवाहित होती है। विद्युत धारा जिन तारों के माध्यम से प्रभावित होती है, उन से टकराने के कारण इनका कुछ भाग Heat में परिवर्तित हो जाता है, यही कारण है कि सिग्नस को ले जाने वाले तार गर्म हो जाते हैं। अटेन्युएशॅन के समस्या को ठीक करने के लिए Amplifiers नाम के हार्डवेयर उपकरण का उपयोग किया जाता है। एम्पलीफायर signals के क्षमता को बढ़ाने में सहायता करता है, जिससे सिग्नल के गुणवत्ता में आई कमी कुछ हद तक ठीक हो जाती है और सिग्नल काफी दूरी तक यात्रा कर पाती है।
- Distortion :- यदि कोई signal समय के साथ अपना रूप या आकार बदलता है तो इसे distortion कहा जाता है। जब भी कोई सिग्नल यात्रा करती है तो समय के साथ उसकी frequency बदलती रहती है। मतलब कि सिग्नल किसी एक frequency को लेने में जितना time लगाती है, दूसरे फ्रीक्वेंसी में उससे ज्यादा या कम समय ले सकती है जिससे किसी सिग्नल के प्रारूप में बदलाव हो जाता है।
- Noise :- Signal की गुणवत्ता को प्रभावित करने वाला सबसे मुख्य कारण Noise ही होता है, जब मुख्य सिग्नल किसी गैर जरूरी सिग्नल के साथ मिश्रित हो जाता है तो नॉइस की समस्या उत्पन्न होती है। अगर साधारण शब्दों में कहें तो मुख्य सिग्नल यात्रा करते समय कुछ unwanted signal के साथ मिलकर दूषित हो जाती है, जिसे नॉइस कहते हैं।
Conclusion :- कोई सिग्नल जब किसी ट्रांसलेशन मीडियम के उपयोग से यात्रा करती हैं तो किसी प्राकृतिक या अप्राकृतिक अवरोधों से टकराने के कारण इनकी क्षमता तथा गुणवत्ता में कमी हो जाता है। इसे ही Transmission Impairments कहा जाता है कोई भी सिग्नल एक स्थान से दूसरे स्थान तक electromagnetic wave (विद्युत चुम्बकीय तरंग) के रूप में स्थानांतरित होते हैं और यह इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंग विभिन्न प्रकार से अवरोधित हो सकते हैं। यही कारण है समय और दूरी के साथ-साथ तरंगो की क्षमता भी प्रभावित होते रहता है।
इस लेख में हमने ट्रांसमिशन इम्पेयरमेंट्स को सरल हिंदी भाषा में समझने का प्रयास किया है। उम्मीद है कि Transmission Impairments in Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप ट्रांसमिशन इम्पेयरमेंट्स पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।
Leave a Reply