Definition of Twisted Pair Cable in Hindi:- ट्विस्टेड पेयर केबल Computer Networking में उपयोग होने वाला एक ऐसा केबल है, जिसे दो तार या wire को आपस में Twist (मरोड़) के बनाया जाता है।
इसका उपयोग मुख्य रूप से विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे कि कंप्यूटर, लैपटॉप, प्रिंटर, स्कैनर आदि के बीच डेटा सिग्नल (data signal) का आदान-प्रदान करके संचार (communication) स्थापित करने के लिए किया जाता है।
Structure of Twisted Pair Cable in Hindi
Internal Structure of Twisted Pair Cable in Hindi :- किसी ट्विस्टेड पेयर केबल में कुल तीन परत होते है।
- इसका आंतरिक हिस्सा 1 मिलीमीटर मोटा तांबे के तार से बना होता है।
- जोकि प्लास्टिक के cover या कवच से ढका हुआ होता है। किसी सामान्य Twisted Pair Cable में कुल 8 तार होते हैं। ऐसे 2 तारों को आपस में घुमा कर या Twist करके एक जोड़ा बनाया जाता है। जिससे केबल में कुल 4 जोड़ा या Pairs बनता है।
- ट्विस्टेड पेयर केबल के सबसे बाहरी हिस्से को cable jacket कहा जाता है। यह एक पाइप नुमा प्लास्टिक का खोल होता है, जिसके अंदर केवल के चारों Pairs मौजूद रहता है। jacket केवल को बाहर से सुरक्षा प्रदान करता है। जिससे कि केवल का आंतरिक हिस्सा पर्यावरण में होने वाले बदलाव जैसे कि बारिश या इलेक्ट्रिक शॉक आदि से सुरक्षित रहता है।
Reason for Twisting in Hindi:- ट्विस्टेड पेयर केबल के तारों को आपस में Twist करने का मुख्य कारण निम्नलिखित रुप से हैं :-
- जब Data Signal किसी तार से होकर प्रवाहित होती है तो सिग्नल के leak होने का खतरा हमेशा बना रहता है। इसे Signal Bleeding भी कहते हैं इसी ब्लीडिंग के कारण केबल में Noise उत्पन्न होता है। लेकिन केवल को Twist करने से या घुमाने से ब्लीडिंग का खतरा कम हो जाता है अर्थात अगर संक्षेप में कहें तो केवल ट्विस्टिंग करने से Data Signal बिना किसी नुकसान के तार में सरलता से प्रवाहित हो पाते हैं।
- कई बार किसी केबल के अंदर प्रवाहित हो रहे सिग्नल के कारण उस केबल में कोई electric या magnetic fields उत्पन्न हो जाता है, तो यह मैग्नेटिक फील्ड किसी दूसरे तार में प्रभावित हो रहे signals को अपने ओर आकर्षित कर सकता है। इस परिस्थिति को Crosstalk (क्रॉसस्टॉक) कहते हैं, लेकिन केवल ट्विस्टिंग के कारण Crosstalk (क्रॉसस्टॉक) की परिस्थिति उत्पन्न नहीं होती है और डाटा सिग्नल ठीक से प्रवाहित हो पाता है।
History of Twisted Pair Cable in Hindi:- 1881 में Alexander Graham Bell (अलेक्जेंडर ग्राहम बेल) नाम के वैज्ञानिक द्वारा Twisted pair cabling का आविष्कार किया गया था। 1900 तक संपूर्ण अमेरिकी के 50% टेलीफोन नेटवर्क में इसका उपयोग किया जाने लगा था। आज के समय भी इसका उपयोग संचार के लिए Networking, इंटरनेट और टेलीफोन कम्युनिकेशन में किया जाता है क्योंकि यह अन्य सभी केबल की तुलना में बहुत ही सस्ता है और इसे उपयोग करना बहुत ही आसान है।
Type of Twisted Pair Cable in Hindi
- Unshielded Twisted Pair (UTP) :- अंशील्डेड ट्विस्टेड पेयर केबल में कुल चार जोड़ी तार होती है और इसमें इन सभी जोड़ों को सुरक्षित करने के लिए किसी विशेष सुरक्षा कवच का उपयोग नहीं किया जाता है। Telephonic communication और Ethernet में किया जाता है।
- Advantages:-
- यह बहुत ही सस्ता होता है।
- इसे इन्सटाल करना बहुत आसान है।
- कोई सामान्य नेटवर्क कितने कुछ उपकरणों के बीच कम दुरी में जानकारियों का आदान प्रदान करना हो उसके लिए यह सबसे अच्छा विकल्प है।
- Disadvantages:-
- इसमें बाहरी हस्तक्षेप का खतरा बना रहता है।
- शीलडेड ट्विस्टेड पेयर तुलना में इसकी क्षमता और प्रदर्शन थोड़ा कम होता है।
- इसमें data लीक होने के कारण यह अधिक दूरी की यात्रा करने में असमर्थ है।
- Shielded Twisted Pair (STP):- शीलडेड ट्विस्टेड पेयर इस तरह के केबल में सभी तार के सभी जोड़ों के ऊपर धातु से बना एक विशेष जैकेट होता है जो की इन्हे बाहरी हस्तक्षेप से सुरक्षित करता है।
- Advantages:-
- यह अत्यधिक ठंडी तापमान पर भी कुशलता से काम करने में सक्षम होती है।
- यह बाहरी हस्तक्षेप से विशेष सुरक्षा प्रदान करता है।
- यह noice और Crosstalk से बचाता है।
- चूँकि इसमें डेटा सिग्नल लीक नहीं होते हैं इसलिए इसके उपयोग से लंबी दूरी तक जानकारियों का आदान प्रदान किया जा सकता है।
- यह UTP की तुलना में अधिक उच्च गति से जानकारियों का संचार करने में सक्षम है।
- Disadvantages:-
- STP का निर्माण करना या बनाना या install करना एक कठिन कार्य है।
- यह UTP की तुलना में अधिक महंगा होता है।
- यह UTP की तुलना में अधिक मोटा और भारी होता है।
Advantages of Twisted Pair Cable in Hindi
- इसके उपयोग से analog (एनालॉग) और digital (डिजिटल) दोनों प्रकार के सिग्नल को हस्तांतरित किया जा सकता है।
- यह अन्य सभी के केबलों की तुलना में अधिक सस्ता संचार माध्यम है।
- इसे बहुत आसानी से install और handle किया जा सकता है।
- यह telephone lines और Local area network (LAN) उपयोग के लिए सबसे बेहतर विकल्प है।
- ट्विस्टेड पेयर केबल का व्यास ना ज्यादा मोटा होता है और ना ही अधिक पतला और इसका वजन भी ज्यादा नहीं होता है, जिससे कि इसका उपयोग करना काफी आसान हो जाता है।
- यह बहुत ही flexible या लचीला होता है जिससे कि इसे आवश्यकता अनुसार घुमाया या मोड़ा जा सकता है और इससे केबल पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है।
Disadvantages of Twisted Pair Cable in Hindi
- इसमें समय और दूरी के साथ data signals की गुणवत्ता दुर्बल होते रहती है, जिससे कि यह केवल एक निश्चित दूरी तक ही signals को पहुंचा सकता है।
- यह आमतौर पर 1Mbps से 10Mbps की स्पीड से डाटा को हस्तांतरित करने में सक्षम है, मतलब कि इसकी गति अन्य Cable की तुलना में काफी धीमा है।
- अगर इस केबल के उपयोग उच्च गति से और लंबी दूरी तक डेटा सिग्नस को पहुंचाना के लिए करना हो तो इसके लिए कुछ विशेष इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करना पड़ता है, जिससे installation का कुल लगत बढ़ जाती है।
- इसे एक असुरक्षित संचार माध्यम माना जाता है, क्योंकि इसमें प्रभावित होने वाले डेटा सिग्नल्स को विशेष प्रकार के Magnetic उपकरणों द्वारा Hack किया जा सकता है।
Conclusion on Twisted Pair Cable in Hindi:- इस लेख में हमने ट्विस्टेड पेअर केबल को सरल हिंदी भाषा में समझने का प्रयास किया है। इसमें हमने ट्विस्टेड पेअर केबल की Definition, Internal structure, History, Types, Advantages और Disadvantages को विस्तार से जाना। ट्विस्टेड पेअर केबल के उपयोग से काफ़ी कम लगत में नेटवर्क कम्युनिकेशन को स्थापित किया जा सकता है। ट्विस्टेड पेअर केबल एक सस्ता और सरल संचार माध्यम है लेकिन इसका उपयोग छोटी दूरी के लिए ही किया जा सकता है। इसमें मौजूद खामियों को 1930 के दशक में coaxial cable के द्वारा ठीक किया गया । उम्मीद है कि Twisted Pair Cable in Hindi का यह लेख आपको पसंद आया होगा। अगर आप ट्विस्टेड पेअर केबल पर लिखे गए इस लेख से संबंधित कोई सुझाव हमें देना चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।
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